Move to Jagran APP

सीपीएमटी : परीक्षा संचालन समिति से भी होगी पूछताछ

तमाम तैयारियों को धता बताते हुए सीपीएमटी में सेंध लगाने में परीक्षा माफिया कामयाब हो गए। एसटीएफ की सक्रियता से पूरे गिरोह को पकड़े जाने से इस बार भी सीपीएमटी की शुचिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Wed, 27 May 2015 12:02 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2015 12:19 AM (IST)
सीपीएमटी : परीक्षा संचालन समिति से भी होगी पूछताछ

गोरखपुर (क्षितिज पांडेय)। तमाम तैयारियों को धता बताते हुए सीपीएमटी में सेंध लगाने में परीक्षा माफिया कामयाब हो गए। एसटीएफ की सक्रियता से पूरे गिरोह को पकड़े जाने से इस बार भी सीपीएमटी की शुचिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

loksabha election banner

जांच में जुटी एसटीएफ साल्वरों का संपर्क सूत्र तलाशने के लिए परीक्षा संचालन समिति से जुड़े लोगों से पूछताछ की तैयारी कर रही है। सीपीएमटी का आयोजन का जिम्मा संभालने वाले दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने पर्चा लीक होने की घटना से ही इन्कार किया है, लेकिन यह सवाल भी उठा है कि पर्चा लीक हुआ तो कैसे।

सीपीएमटी के दौरान कल पकड़े गए 12 साल्वरों में से ज्यादातर का संबंध गोरखपुर-बस्ती एवं आजमगढ़ मंडल से है। ऐसे में परीक्षा से जुड़े गोरखपुर विश्वविद्यालय से भी उनका कनेक्शन तलाशा जा रहा है। एसटीएफ का मानना है कि बिना किसी मदद के पर्चा लीक करा पाना मुश्किल है। ऐसे में परीक्षा संचालन समिति को भी सफाई देनी पड़ सकती है।

सब कुछ दुरुस्त नहीं

परीक्षा के दौरान लखनऊ में पेपर हल करते गिरोह का पकड़ा जाना, उनके पास से पर्चा, हाईटेक डिवाइस आदि का मिलना, स्पष्ट करता है कि सब कुछ दुरुस्त नहीं है। एसटीएफ की कार्रवाई 10:45 पर हुई, जबकि परीक्षा नौ बजे से हो रही थी। ऐसे में संभव है कि कुछ परीक्षार्थियों की मदद की जा चुकी हो। हांलाकि एसटीएफ का दावा है कि प्रश्नपत्र लीक करने के बावजूद यह गिरोह किसी अभ्यर्थी को हल प्रश्नपत्र नहीं पहुंचा सका।

जिम्मेदारों से होगी पूछताछ

एसटीएफ गोरखपुर के प्रभारी डिप्टी एसपी विकास त्रिपाठी का कहना है कि सीपीएमटी पेपर लीक मामले में पकड़े गए ज्यादातर लोगों का पूर्वांचल से संबंध है, इसलिए परीक्षा से जुड़े जिम्मेदार लोगों से भी पूछताछ की जा जाएगी। हमारा उद्देश्य गिरोह की जड़ तक पहुंचने का है।

लीक नहीं हुआ पर्चा : कुलपति

सीपीएमटी कोर कमेटी के चेयरमैन प्रो.अशोक कुमार का कहना है कि पर्चा लीक नहीं हुआ है। पर्चा लीक होना तब माना जाता जब परीक्षा शुरू न हुई होती। एसटीएफ के मुताबिक दस बजे के आस-पास पर्चा केंद्र से बाहर आया। यह किसी संगठित गिरोह का काम है। एसटीएफ की सक्रियता की वजह से इस वर्ष एक भी गलत छात्र प्रवेश नहीं पा सकेगा। उन्होंने कहा कि मामले को गोरखपुर विवि से जोडऩे का कोई औचित्य नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.