पंचायती फरमान : शादी तोड़ो या गांव छोड़ो
लखनऊ। नोयडा के दनकौर कोतवाली के गुनपुरा गांव में रविवार को पंचायत में सुनाए गए शादी तोड़ने या गांव छो
लखनऊ। नोयडा के दनकौर कोतवाली के गुनपुरा गांव में रविवार को पंचायत में सुनाए गए शादी तोड़ने या गांव छोड़ने के फरमान से पीड़ित पक्ष के लोग दहशत में हैं। डर की वजह से उन्होंने न तो पुलिस से शिकायत की और न ही पंचायत के खिलाफ आवाज उठाई। ये लोग इतने भयभीत हैं कि वह मीडिया से भी बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। आशंका जताई जा रही है कि इससे नागर व भड़ाना गोत्र के लोगों में तनाव बढ़ सकता है। पुलिस है कि शिकायत का इंतजार कर रही है।
दनकौर क्षेत्र के गुनपुरा गांव के मूल निवासी लीले भड़ाना के बेटे अजय की शादी नरौली गांव निवासी नागर परिवार में तय हुई है। अजय की 25 मई को सगाई और 31 मई को शादी होनी है। गुनपुरा गांव नागर गोत्र का है। यहां भड़ाना गोत्र का एक ही परिवार रहता है। गांव के लोग नागर गोत्र की लड़की को गांव की बहू बना कर लाने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि नागर गोत्र की लड़की गांव की बहू कैसे बन सकती है। गांव में उसका रिश्ता बहन और बेटी का बनता है। इसी के चलते ग्रामीणों ने शादी पर एतराज जताते हुए रविवार को पंचायत की थी। पंचों ने नागर गोत्रों ने भड़ाना परिवार को शादी तोड़ने का फरमान सुनाया था। पंचायत का आदेश न मानने पर गांव छोड़ने की भी पंचों ने धमकी दी है।
इस फरमान के बाद अजय का पूरा परिवार सहम गया है। वह न तो मीडिया के सामने मुंह खोलने के लिए तैयार है, न ही पुलिस से मामले की शिकायत की है। पंचायत ने कहा था कि गांव में नागर गोत्र बाहुल्य में हैं। गोत्र की बेटी को हम बेटी मानते हैं। गोत्र की लड़की को बहू बना कर गांव में नहीं लाया जा सकता है। शादी करने पर लड़का-लड़की को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
इस मामले में एसपी देहात डा. ब्रजेश सिंह का कहना है कि पंचायत के फरमान की जानकारी नहीं है। कोई शिकायत करता है तो पुलिस आरोपी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करेगी।