आरोपियों ने कोर्ट की ही फर्जी मुहर बना वारंट किया रीकॉल
लखनऊ। मुरादाबाद में दहेज उत्पीड़न के मामले में नामजद आरोपी फर्जी तरीके से अदालत का वारंट तैयार करने म
लखनऊ। मुरादाबाद में दहेज उत्पीड़न के मामले में नामजद आरोपी फर्जी तरीके से अदालत का वारंट तैयार करने में फंस गए हैं। अदालत की जांच में वारंट पर लगी मुहर फर्जी मिली है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बिजनौर के गांव रेहड़ निवासी ओमप्रकाश राणा की बेटी श्वेता राणा की शादी डिलारी थानाक्षेत्र के सदरपुर गांव से हुई थी। शादी के बाद श्वेता ने ससुराल वालों से परेशान होकर दहेज उत्पीड़न और घरेलू ंिहंसा का मामला दर्ज कराया था, जिसमें सदरपुर निवासी दीपक, विशाल, मंजुल, सुभाष तथा उत्तराखंड के काशीपुर के कबीरनगर मुहल्ला निवासी प्रज्ञा चौहान तथा नीरज चौहान को आरोपी बनाया। मुकदमा दायर होते ही बिजनौर के न्यायालय से वारंट थाने आए, जिसके बाद दारोगा संजीव कुमार ने वारंट लेकर आरोपियों के घर दबिश दी। इसी दौरान आरोपी सुभाष ने न्यायालय का रीकॉल वारंट दिखाया, जिसे देखकर संजीव कुमार को शक हुआ। उन्होंने उसकी कापी लगाकर न्यायालय भेजी। रीकॉल वारंट पर लगी मुहर देख न्यायालय ने पहले दारोगा संजीव कुमार को और बाद में थानाध्यक्ष राजेश यादव को तलब किया। दोनों के बयान दर्ज किए गए। न्यायालय ने पूरे मामले की जांच की और रीकॉल वारंट पर लगी मुहर फर्जी पाई। इसके बाद श्वेता की तहरीर पर उक्त सभी छह आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों को तलाश कर रही है।