भूकंप ने घटाई उत्तर प्रदेश में बिजली खपत
लखनऊ । एक बार फिर रविवार को आए भूकंप के झटके के साथ ही उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग 810 मेगावाट घट
लखनऊ । एक बार फिर रविवार को आए भूकंप के झटके के साथ ही उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग 810 मेगावाट घट गई। झटके से कोई ट्रांसमिशन लाइन तो नहीं ट्रिप हुई लेकिन दूर-दराज के क्षेत्रों में कुछ समय के लिए बिजली आपूर्ति ठप रही। मांग से कहीं ज्यादा बिजली की उपलब्धता रहने से फिलहाल प्रदेशभर बिजली कटौती से मुक्त ही है।
रविवार को दिन में लगभग 12.43 बजे जब भूकंप के झटके आए तब सूबे में 9170 मेगावाट बिजली की मांग चल रही थी। तापमान अधिक न होने के साथ ही रविवार के अवकाश के चलते बिजली की मांग कम होने से पूरे प्रदेश में बिजली की आपूर्ति की जा रही थी। भूकंप का झटका आने के बाद बिजली की मांग अचानक घटकर 8360 मेगावाट रह गई जिससे फिक्वैंसी 50 से एकदम बढ़कर 50.4 हटर््ज पहुंच गई। गनीमत यह रही कि आज भूकंप से न कोई ट्रांसमिशन लाइन ट्रिप हुई और न ही बिजली घर की कोई यूनिट बंद हुई। विद्युत उत्पादन गृहों द्वारा थर्मल बैकिंग (बिजली का उत्पादन घटाना) के चलते थोड़ी देर बाद ही फिक्वैंसी भी सामान्य हो गई।
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एपी मिश्र ने बताया कि भूकंप से कुछ क्षेत्रों में लोकल फाल्ट आदि से थोड़ी देर के लिए बिजली आपूर्ति ठप हो जाने से बिजली की मांग 810 मेगावाट घट गई। दोपहर तीन बजे तक स्थिति सामान्य होने पर बिजली की मांग फिर 9200 मेगावाट पहुंच गई। देर रात मिश्र ने बताया कि लगभग 10500 मेगावाट बिजली आपूर्ति कर पूरे प्रदेश को फिलहाल बिजली कटौती से मुक्त रखा जा रहा है। मांग न बढ़ने से इनर्जी एक्सचेंज से कोई बिजली नहीं खरीदी गई है।