बसपा का प्रदर्शन: भूमि अधिग्रहण कानून व उप्र की कानून व्यवस्था निशाना
उत्तर प्रदेश में नए सिरे से सियासी जमीन तैयार करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सोमवार को सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी। किसान हित व संरक्षण के साथ सूबे की कानून व्यवस्था मुद्दे को लेकर बसपा सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर केंद्र व राज्य सरकार को घेरेगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नए सिरे से सियासी जमीन तैयार करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सोमवार को सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी। किसान हित व संरक्षण के साथ सूबे की कानून व्यवस्था मुद्दे को लेकर बसपा सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर केंद्र व राज्य सरकार को घेरेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सभी जिला मुख्यालय पर आयोजित धरना-प्रर्दशन की कमान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के हाथ में होगी। राजधानी लखनऊ में आयोजित धरने का नेतृत्व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी करेंगे तो रायबरेली में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य। प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर अंबेडकरनगर में धरने का नेतृत्व करेंगे। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर आजमगढ़, इंद्रजीत सरोज कौशाम्बी, राम कुमार कुरील वाराणसी, मुकेश जाटव मेरठ, अखिलेश अंबेडकर इलाहाबाद, अशोक सिद्धार्थ कानपुर, सुनील जाटव आगरा, आरके चौधरी मिर्जापुर, रामवीर उपाध्याय अलीगढ़, तिलकचंद्र अहिरवार झांसी में आयोजित धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे।
धरना-प्रदर्शन से विरोधियों को अपनी ताकत का भी एहसास कराने के लिए पार्टी नेतृत्व ने प्रदर्शन में संबंधित जिले की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से कम से कम तीन हजार लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा है। पार्टी नेताओं द्वारा भूमि अधिग्रहण संबंधी केंद्र की किसान विरोधी नीति के साथ ही राज्य की जन-विरोधी नीतियां व कार्यप्रणाली आदि का पर्दाफाश करने के लिए धरने में आने वालों को फोल्डर भी वितरित किया जाएगा।