Move to Jagran APP

निजी अस्पताल में बर्बरताः तीमारदार की पीट-पीटकर हत्या, उखाड़ लिए दोनों कान

गाजीपुर के एक निजी अस्पताल के कर्मचारियों ने आज भोर में बर्बरता की हदें लांघ दी। जमानियां मोड़ स्थित सिंह हास्पिटल में भर्ती मां को ग्लूकोज की बोतल लगाने में विलंब पर नाखुशी जाहिर करना राजेश यादव (25) पर भारी पड़ गया। कहासुनी हाथापाई तक पहुंची तो अस्पताल कर्मियों ने

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 19 Apr 2015 08:05 PM (IST)Updated: Sun, 19 Apr 2015 08:11 PM (IST)
निजी अस्पताल में बर्बरताः तीमारदार की पीट-पीटकर हत्या, उखाड़ लिए दोनों कान

लखनऊ। गाजीपुर के एक निजी अस्पताल के कर्मचारियों ने आज भोर में बर्बरता की हदें लांघ दी। जमानियां मोड़ स्थित हास्पिटल में भर्ती मां को ग्लूकोज की बोतल लगाने में विलंब पर नाखुशी जाहिर करना राजेश यादव (25) पर भारी पड़ गया। कहासुनी हाथापाई तक पहुंची तो अस्पताल कर्मियों ने लात-घूसे और राड से उसकी पिटाई कर दी। दोनों कान भी उखाड़ लिए। आरोप है कि उसके दम तोडऩे पर हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को अस्पताल के सामने नेशनल हाइवे पर फेंक दिया। पिता आनंदी सिंह यादव की तहरीर पर पुलिस ने अस्पताल संचालक चिकित्सक दंपती डा. राजेश सिंह, डा. अनुपमा सिंह और तीन अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ हत्या और 50 हजार रुपये लूटने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया।

loksabha election banner

रेवतीपुर क्षेत्र के पकड़ी गांव निवासी राजेश यादव ने आंत की बीमारी से जूझ रही मां सुदामी देवी को 14 अप्रैल को सिंह हास्पिटल में भर्ती कराया था। पुलिस को दी गई तहरीर में पिता आनंदी का कहना है कि देखभाल के लिए उनके अलावा पुत्र राजेश, संदीप व बेटी बसंती शनिवार रात अस्पताल में मौजूद थे। रात एक बजे सुदामी देवी को चढ़ाया जा रहा ग्लूकोज समाप्त हो गया। आरोप है कि चिकित्सक को बुलाने गए राजेश और डा. अनुपमा के बीच कहासुनी हो गई। इसी दौरान वहां डा. राजेश सिंह और तीन अन्य कर्मचारी भी आ गए और सभी उस पर हमलावर हो गए। भाई को पिटता देख बसंती ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी मारपीट कर कमरे से बाहर कर दिया गया। यही नहीं राजेश के पास रखे 50 हजार रुपये भी छीन लिए। दम तोड़ देने पर उसे सड़क पर फेंक दिया और अफवाह फैलाने की कोशिश की गई कि ट्रक के कुचलने से उसकी मौत हो गई है। अस्पताल के निदेशक डा. राजेश सिंह ने बताया कि वह देर रात बनारस से आए और सो गए। भोर में सड़क दुर्घटना में मृत युवक के बारे में कर्मियों ने उन्हें जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गवंई राजनीति के तहत फंसाया जा रहा है। युवक विक्षिप्त था। पकड़ी ग्राम प्रधान सच्चिदानंद राय ने बताया कि युवक विक्षिप्त नहीं था। उसे डा. राजेश सिंह सहित अस्पताल कर्मियों ने मार डाला। आरोपियों की गिरफ्तारी तक लड़ाई जारी रहेगी। पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी तो अस्पताल के सामने आंदोलन किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक डा. उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि चिकित्सक दंपती समेत पांच के खिलाफ हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस पीडि़त परिवार के साथ है। उन्हें निष्पक्ष कार्रवाई का विश्वास दिलाने के साथ ही वीडियो रिकार्डिंग के बीच चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.