पीसीएस पर्चा लीक के सच पर पर्दा डाल रही सरकार, प्रदर्शन और तोडफ़ोड़
पीसीएस प्री परीक्षा का पेपर लीक होने पर लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विपक्ष ने सरकार पर पर्दा डालने का आरोप लगाया और आयोग अध्यक्ष और सचिव से त्यागपत्र देने की मांग की। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आरोप लगाया कि पर्चा लीक मामले में
लखनऊ। पीसीएस प्री परीक्षा का पेपर लीक होने पर लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विपक्ष ने सरकार पर पर्दा डालने का आरोप लगाया और आयोग अध्यक्ष और सचिव से त्यागपत्र देने की मांग की। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आरोप लगाया कि पर्चा लीक मामले में लोक सेवा आयोग को क्लीनचिट दे कर सरकार पीठ ठोंकने की कोशिश में है। पाठक का कहना है कि सरकार खुद कह रही है कि जांच जारी है, तो यह कैसे तय हो गया कि आयोग के किसी कर्मचारी या अधिकारी का इसमें हाथ नहीं है। अखिलेश सरकार के रवैये से एक बार फिर से प्रश्न खड़े हो रहे हैं। पुलिस भर्ती घोटाले के बाद पीसीएस परीक्षा में पर्चा लीक होने से प्रतिभावान युवा भविष्य को लेकर सशंकित हैं।
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि प्रारंभिक जांच से स्पष्ट हुआ कि पर्चा लीक है तब भी उच्च पदस्थ लोग असमंजस की स्थिति बनाए रखे थे। अधिकारियों के विरोधाभासी बयान सरकार की पोल खोलते हैं। आयोग के अध्यक्ष-सचिव इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें अविलंब बर्खास्त किया जाए। सरकर से करोड़ों युवाओं को विश्वास उठता जा रहा है।कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थप्रिय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि प्रवेश परीक्षाओं की सुचिता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अखिलेश सरकार को स्थिति स्पष्ट करना चाहिए। आयोग द्वारा गत दो अप्रैल के बाद की सभी परीक्षाओं की जांच सीबीआइ से कराई जाएं।
आयोग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के खिलाफ आज युवाओं का तेवर काफी उग्र्र रहा। विभिन्न छात्र संगठनों एवं प्रतियोगी छात्रों ने अलग-अलग प्रदर्शन किया। इलाहाबाद में विश्वविद्यालय के पास डायमंड जुबली छात्रावास के करीब दोपहर में प्रतियोगी छात्रों ने मारे गुस्से के बस में तोडफ़ोड़ कर दी। लोक सेवा आयोग पर भी प्रदर्शन चला। विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश सरकार की शवयात्रा निकाली। एनएसयूआइ ने लोक सेवा आयोग का पुतला फूंका। छात्रों ने मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए राज्यपाल को पत्र भेजा है। प्रदर्शनों के चलते आयोग दफ्तर के समक्ष पुलिस-प्रशासन का पहरा रहा। प्रदर्शनकारियों ने परीक्षा निरस्त करने एवं आयोग के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग मुखर की। भाजपा ने भी इस मामले की सीबीआइ से जांच के लिए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।