Move to Jagran APP

कांग्रेस आजादी की संवाहक उसका विकास कल्पना से ज्यादा : मधुसूदन

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस न केवल आजादी के संघर्ष की संवाहक संस्था है, बल्कि उसके बाद देश के विकास को कल्पनातीत उत्कर्ष भी प्रदान किया। राजनीतिक व्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांित्रक देश में पौध लगाने से लेकर उसे

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2015 09:02 PM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2015 09:05 PM (IST)
कांग्रेस आजादी की संवाहक उसका विकास कल्पना से ज्यादा : मधुसूदन

लखनऊ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस न केवल आजादी के संघर्ष की संवाहक संस्था है, बल्कि उसके बाद देश के विकास को कल्पनातीत उत्कर्ष भी प्रदान किया। राजनीतिक व्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांित्रक देश में पौध लगाने से लेकर उसे विकसित करने का श्रेय भी पार्टी को ही जाता है। वह चंदौली में पार्टी के तीन दिवसीय युवा नेतृत्व विकास शिविर में बोल रहे थे। कहा कि आज दुनिया की बड़ी ताकतें भी देश को उदीयमान शक्तिशाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्वीकार कर चुकी हैं। यह सब एक दिन में नहीं बल्कि उन 60 सालों में संभव हो सका है जिसमें कांग्रेस ने देश पर राज किया है। कांग्रेस देश व समाज को संकीर्णता के आधार पर बांटने वाला दल नहीं है। कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू की चिंतन परंपरा के राजनीतिक संस्कारों को समझें और आत्मसात कर उसे लोगों के बीच लेकर जाएं, तभी पार्टी लक्ष्य तक पहुंचेगी। शिविर में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप माथुर, राजेशपति त्रिपाठी, सत्यदेव त्रिपाठी, ललितेश पति त्रिपाठी, अजय राय, वीरेंद्र सिंह, नसीब पठान, प्रो. सतीश राय, चौधरी सत्यवीर, मधुराय, रामजी गुप्ता, शाहिद तौसीफ आदि उपस्थित थे।

loksabha election banner

कांग्रेस व देश का डीएनए एक: निर्मल खत्री

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. निर्मल खत्री ने शिविर में आए प्रतिभागियों के सवालों के जवाब दिए। कहा कि कांग्रेस के इतिहास के हीरो महात्मा गांधी व नेहरू हैं जबकि भाजपा के गोलवलकर व सावरकर हैं। सावरकर को जब ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया तो उन्होंने समुद्री जहाज से भागने का प्रयास किया पर पकड़ लिए गए। इसके बाद जब अंग्रेजों द्वारा दी जाने वाली यातनाएं सहन न कर सके तो ब्रिटिश संविधान में निष्ठा व्यक्त करते हुए माफीनामा देकर रिहा हुए। वहीं गोलवलकर ने अंग्रेजों के कहने पर खुद तथा सहयोगियों को आजादी की लड़ाई से दूर रखा। उन्होंने अपनी किताब में हिटलर की सराहना भी की है। आज कांग्रेस पार्टी कुछ कमियों और विरोधियों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार के कारण कमजोर दिख रही है पर आने वाले समय में और मजबूत होकर उभरेगी क्योंकि उसका और देश का डीएनए एक ही है। ऐसा पहले 1977 में हो चुका है जब कुछ लोग कांगे्रस पार्टी को समाप्त समझ रहे थे पर उसके बाद पार्टी काफी मजबूत होकर सामने आई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.