बरेली में राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर उठे सवाल
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर बड़े नेता ही नहीं अब तो कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता भी सवाल उठाने लगे हैं। बरेली में कल पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को कार्यकर्ता सम्मेलन में बड़ी फजीहत झेलनी पड़ी।
लखनऊ। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर बड़े नेता ही नहीं अब तो कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता भी सवाल उठाने लगे हैं। बरेली में कल पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को कार्यकर्ता सम्मेलन में बड़ी फजीहत झेलनी पड़ी।
बरेली की बैठक में पूर्व महामंत्री प्रहलाद राम कश्यप ने यहां तक कह दिया कि दिल्ली जाओ तो राहुल गांधी मिलते नहीं और पत्र लिखो तो जवाब नहीं आता। ऐसे में कांग्रेस की भद नहीं पिटेगी तो और क्या होगा। बरेली में संगठन का हाल जानने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद से पत्रकारों ने यही सवाल किया तो उन्होंने कहा पार्टी राहुल गांधी के बूते ही मजबूत होगी। वह राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाने वालों को विरोधी होने का तमगा देने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा राहुल के नेतृत्व को लेकर पार्टी में कहीं कोई असंतोष नहीं है। जितिन प्रसाद ने कहा कि देश के युवा भ्रमित हो गए। सपने दिखाकर ठग लिया गया। सात माह बाद सभी को इसका अहसास हो गया। केंद्र सरकार के पास नया कुछ भी नहीं है। संप्रग सरकार की ही सभी योजनाओं को नए कलेवर के साथ परोसने के अलावा सरकार के पास कुछ नया नहीं है।
लिहाजा अब बदलाव आ रहा। कांग्रेस ने एक बात साफ कर दी है, विचारधारा नहीं बदलेंगे। वे तोडऩे का काम करें, हम जोडऩे के सिद्धांत पर मजबूती से कायम रहेंगे। जहां तक यूपी का सवाल है तो संगठन को मजबूती के लिए हर संभव कोशिश चल रही है।