हमें तलाशने होंगे विकास के सही मायने : प्रणब
लखनऊ। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास का म
लखनऊ। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास का मतलब समझाया। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में इंडियन सोशियोलॉजिकल सोसायटी के 40वें अधिवेशन का उद्घाटन के बाद कहा कि जब देश के अंतिम व्यक्ति तक अनाज पहुंच जाएगा तब विकास परिभाषित होगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि हमें विकास के सही मायने तलाशने होंगे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या जीडीपी का बढ़ाना ही विकास है या यहा के अंतिम व्यक्ति तक अनाज पहुंचना। हालाकि उन्होंने अपने सवाल का उत्तर भी दिया कि यह सभी के प्रयासों से ही संभव है। तभी देश तरक्की करेगा व आगे बढ़ेगा और यहा कोई भूखा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि जब भी देश आगे बढ़ता है तब जनता का इसमें सबसे बड़ा हाथ होता है। बिना जनता के सहयोग के कोई भी राष्ट्र प्रगति के पथ पर नहीं जा सकता। भारत की जनता ने अपने इसी सहयोग का संदेश हाल के ही लोकसभा चुनाव में दे दिया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश की रंगबिरंगी संस्कृति ही इसको विविधता की एकता में बांधती है। हमको इसको बरकरार रखना है। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने अपने लंबे लोकसभा के अनुभव को वहां पर मौजूद लोगों के साथ साझा किया। इससे पहले महात्मा गाधी काशी विद्यापीठ पहुंचने पर विशिष्टजनों ने उनकी आगवानी की। वह विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट से प्रस्थान करेंगे।