सफल परीक्षण: मेट्रो का पहला पाइल लोड टेस्टिंग में पास
लखनऊ। मेट्रो का पहला पाइल लोड टेस्टिंग में पास हो गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 27 सितंबर को रि
लखनऊ। मेट्रो का पहला पाइल लोड टेस्टिंग में पास हो गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 27 सितंबर को रिंग मशीन का बटन दबाकर पाइल खोदाई की शुरुआत की थी। दो माह बाद इस पाइल पर 1007 टन का लोड डालकर लोड टेस्टिंग (भार वाहन क्षमता) की गई। टेस्टिंग पाइल को सौ फीसद रूप से सफल पाया गया। इस पर मेट्रोमैन ई. श्रीधरन ने एलएमआरसी की टीम को बधाई दी है। अब इसी डिजाइन के पाइल आगे भी मेट्रो अपनी कार्यदायी संस्था से बनवा रही है। यानी अब वहीं लोड टेस्टिंग की जरूरत पड़ेगी, जहां के पाइल की डिजाइन में बदलाव होगा।
मेट्रो की टीम ने आज सुबह 32वीं वाहिनी पीएसी जाकर लोड टेस्टिंग का काम कार्यदायी संस्था से शुरू करवाया। अधिशासी अभियंता आरके तिवारी की देखरेख में चार सौ टन की क्षमता वाले पाइल पर ढाई गुना लोड यानी एक हजार से थोड़ा अधिक लोड डालकर जांचा गया। जांच के दौरान पहला पाइल टीम के मुताबिक बहुत बेहतर पाया गया। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि पाइल के ऊपर पाइल कैप, पियर और फिर पियर के ऊपर गाडर रखा जाएगा जिस पर मेट्रो चलेगी।
निदेशक दलजीत सिंह के मुताबिक पाइल बनाने का काम काफी तेजी से चल रहा है। अभी तक चार दर्जन से अधिक पाइल को बनाया जा चुका है। अमौसी से ट्रांसपोर्ट नगर स्थित रेलवे ओवर ब्रिज तक करीब 160 पाइल बनने हैं, माना जा रहा है जनवरी 2015 तक पाइल बनाने का काम रेलवे ओवर ब्रिज तक चलता रहेगा और कार्यदायी संस्था के पास इस सेक्शन की अधिकांश डिजाइन मिल चुकी है।
मेट्रोमैन कार्य से संतुष्ट
मेट्रोमैन व एलएमआरसी के प्रधान सलाहकार ई. श्रीधरन ने मेट्रो अफसरों के साथ कई चरणों में बैठक ली। बैठक के दौरान प्रबंध निदेशक व निदेशकों ने अभी तक किए गए कार्यो के बारे में विस्तृत रिपोर्ट दी। अमौसी से ट्रांसपोर्ट नगर तक होने वाले पाइल कार्य के अलावा, पाइल टेस्टिंग, मुख्य सचिव के साथ हुई बैठकों में लिए गए निर्णयों की एक-एक जानकारी दी। अधिकारियों ने मुख्य सचिव द्वारा दिए गए निर्देश में बार चार्ट के बारे में भी बताया। प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने मेट्रोमैन को बताया कि स्टेशनों की डिजाइन को लेकर फ्रांस की सिस्ट्रा कंपनी ने प्रस्तुतिकरण किया था। कुछ त्रुटियां थी जिनमें सुधार की बात कही गई है। अब एक सप्ताह के भीतर संशोधित डिजाइन के साथ कंपनी एलएमआरसी के सामने फिर स्टेशनों का प्रस्तुतिकरण करेगी। मेट्रो अफसरों ने नए कार्यालय का रास्ता साफ होने के साथ ही मेट्रो स्टाफ कालोनी, मेट्रो कंट्रोल रूम के बारे में भी बताया। इस पर श्रीधरन मेट्रो टीम के कार्य पर संतुष्ट नजर आए व कार्य की प्रशंसा की।
चारबाग से आगे का किया निरीक्षण
मेट्रोमैन ई. श्रीधरन ने चारबाग से आगे बादशाहनगर तक एलएमआरसी की टीम के साथ निरीक्षण किया। चारबाग तक मेट्रो एलीवेटिड आनी है इसके बाद भूमिगत जानी है। इस दौरान मेट्रो की टीम ने आगे आने वाली कठिनाइयों के बारे में मेट्रोमैन के साथ चर्चा की। इस पर उन्होंने मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री से वार्ता करने की बात कही है। प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि रोलिंग स्टाक टेंडर दिसंबर में फाइनल हो जाएगा।