लखनऊ महोत्सव : सुखविंदर ने जमाया रंग
लखनऊ। लखनऊ महोत्सव के तीदरे दिन सांस्कृतिक पांडाल के मंच पर गायक सुखविंदर सिंह ने कदम रखते ही लखनऊ व
लखनऊ। लखनऊ महोत्सव के तीदरे दिन सांस्कृतिक पांडाल के मंच पर गायक सुखविंदर सिंह ने कदम रखते ही लखनऊ वासियों को आदाब और सत-श्री-अकाल कहा तो तालियों की तड़तड़ाहट गूंज उठी। सुखविंदर ने भी हाथ हिलाकर सभी को जवाब दिया।
कल शाम गुलाबी ठंड के एहसास के बीच सुखविंदर की मदमस्त आवाज को सुनने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। रात करीब नौ बजे सास्कृतिक पंडाल दर्शकों की भीड़ से भर गया। दर्शकों ने मंच पर आते ही सुखविंदर का जबरदस्त स्वागत किया। सुखविंदर ने यहा लोगों को एक से बढ़कर एक गाने सुनाए। पंजाबी गानों की धुन पर दर्शक झूम उठे। उन्होंने अपने प्रसिद्ध गीत 'तेरा लकी कबूतर' की प्रस्तुति दी। उन्होंने 'छैया-छैया', 'हौले-हौले से हवा', 'राधे-राधे' से भी दर्शकों को खूब झुमाया। फिल्म ओंकारा का हिट गाना 'बीड़ी जलक्ष्ले' गाने की प्रस्तुति से पहले उन्होंने अपनी स्थानीय साथी कलाकार सुजाता मजूमदार से कहा कि गाने में बीड़ी की जगह कोयला शब्द का इस्तेमाल किया जाए। हाल ही में आई फिल्म किल दिल का गाना हैप्पी बड्डे सुनाया। गानों की प्रस्तुति के साथ श्रोताओं के साथ संवाद भी कायम किया। उन्होंने मंच से ही बताया कि आने वाली फिल्म जेड प्लस में उन्होंने तीन गाने गाए हैं। करीब आधे घटे तक अपने हिट गीतों को सुनाकर अंत में की संस्कृति को सलाम किया और कहा कि महोत्सव में प्रस्तुति देना सुखद एहसास है।
दो को होगी साइकिल रेस
महोत्सव के अंतर्गत आयोजित की जा रही साइकिल रेस 30 नवंबर के स्थान पर दो दिसंबर को आयोजित की जाएगी। जिलाधिकारी राजशेखर ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र पार्क से रेस को झडी दिखाकर रवाना करेंगे। डीएम के मुताबिक पाच और 15 किलोमीटर की साइकिल रेस तीस नवंबर को प्रस्तावित थी, लेकिन अब समय में परिवर्तन किया जा रहा है। अब मुख्यमंत्री दो दिसंबर को इसे रवाना करेंगे। वहीं 30 किलोमीटर की प्रस्तावित रेस अपने पूर्व निर्धारित तिथि यानी सात दिसंबर को ही आयोजित की जाएगी। जिला प्रशासन ने साइकिल रेस प्रतियोगिता के विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी है।