यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 19 फरवरी से
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2015 की हाईस्कूल व इंटरमीडिए
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2015 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 19 फरवरी से शुरू होंगी। हाईस्कूल परीक्षा 11 मार्च व इंटर परीक्षा 23 मार्च को खत्म होगी। हाईस्कूल परीक्षा परिणाम 20 मई और इंटरमीडिएट का रिजल्ट 27 मई को घोषित किया जाएगा। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा सूर्य प्रताप सिंह ने कल बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र निर्धारण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद जानकारी दी।
बोर्ड के परीक्षाफल में मॉडरेशन प्रतिबंधित रहेगा। कक्षा 10 व 12 में प्रयोगात्मक परीक्षा में छात्र को 30 में से 10 प्रतिशत से कम व 30 प्रतिशत से अधिक अंक देने पर थर्ड पार्टी से जांच करायी जाएगी। दसवीं कक्षा का 30 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन अंक अनिवार्य रूप से चेक कराया जाएगा। इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा लेने वाले शिक्षकों के विषय ज्ञान की थर्ड पार्टी से जांच करायी जाएगी। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा में इस्तेमाल की जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर नंब¨रग स्टीकर लगवाकर की जाए। उन्होंने अधिकारियों को 30 नवंबर तक परीक्षा केंद्र निर्धारित करने का निर्देश दिया है। सभी अल्पसंख्यक विद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाने का निर्देश दिया। परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक परीक्षा कक्ष में केंद्र की ओर से अपने खर्च पर क्लोज सर्किट टीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाये जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर छत के ऊपर दो स्टैटिक कैमरे लगाये जाएंगे जिनमें से एक आगे और दूसरा पीछे होगा। परीक्षा केंद्र पर छात्र-छात्रों का सीटिंग प्लान अनिवार्य रूप से मिश्रित रखा जाएगा। परीक्षा के दौरान नकल की संभावना को रोकने के लिए ब्लैक बोर्ड को कागज से ढक दिया जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षा केंद्रों पर तैनात होने वाले कक्ष निरीक्षकों, केंद्र व्यवस्थापकों चपरासियों, सफाई कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से परिचय पत्र जारी किये जाएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति की सूचना संबंधित केंद्र व्यवस्थापक को परीक्षा शुरू होने से एक हफ्ता पहले उपलब्ध करा दी जाएगी। केंद्र व्यवस्थापकों को सभी कक्ष निरीक्षकों की सूची अनिवार्य रूप से परीक्षा केंद्र पर चिपकानी होगी।
जिन संस्थाओं में हाईस्कूल व इंटर में कक्षा नौ, 10, 11 व 12 में 200 या अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, ऐसे विद्यालयों की जांच नियमित तौर पर जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे और फर्जी पाए गए पंजीकरण को निरस्त करने के लिए क्षेत्रीय सचिव को प्रस्ताव भेजेंगे। अवैध पंजीकृत छात्र-छात्राओं को चिन्हित करने के लिए आइटी सेल गठित किया जाएगा। यह सेल अवैध पंजीकरण को रद करने का प्रस्ताव बोर्ड के सचिव को भेजेंगे।
संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर जिलाधिकारी द्वारा स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किया जाएंगे। मंडल स्तर पर परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए होने वाली बैठक में संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के सचिव खुद उपस्थित रहेंगे और छात्र-छात्राओं के आवंटन में से 25 प्रतिशत आवंटन को फेरबदल करने के लिए मंडलायुक्त को सुझाव देंगे। इसके लिए संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक से भी सुझाव लिया जाएगा। परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के लिए मुख्य सचिव के साथ शासन स्तर पर मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों की बैठक करायी जाएगी। परीक्षा शुरू होने से पहले प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। परीक्षा के दौरान केंद्रों का सघन निरीक्षण जिलाधिकारी और उनके स्टैटिक मजिस्ट्रेट करेंगे।