गंगा की रेत और दलदल के बीच फंसा बाघ
लखनऊ। भूख मिटाने के लिए पशुओं का शिकार कर स्थान बदल रहे बाघ की अब नई लोकेशन गंगा कट
लखनऊ। भूख मिटाने के लिए पशुओं का शिकार कर स्थान बदल रहे बाघ की अब नई लोकेशन गंगा कटरी के पहाड़ापुर जंगल में मिली है। उसके पंजे के निशान के साथ बछिया के अवशेष भी मिले हैं, जिसका उसने पहाड़ापुर से शिकार किया था।
बाघ पकड़ने के लिए लगी एक्सपर्ट टीमों ने अब गढ़ी सिलौली के जंगल से निकलकर करीब 11 किलोमीटर दूर गंगा कटरी के पहाड़ापुर जंगल में डेरा डाल लिया है। गढ़ी सिलौली से हाथियों को बुला लिया गया है। उन्नाव में जुटी वाइल्ड लाइफ, लखनऊ प्राणि उद्यान और वन विभाग की 11 टीमों के साथ अब कानपुर प्राणि उद्यान की टीम ने भी संयुक्त रूप से अभियान छेड़ दिया है। टीम के नेतृत्व कर रहे उत्कर्ष शुक्ला का मानना है कि बाघ अब एक ओर गंगा, दूसरी ओर रेत और दलदल के बीच दोआब में फंस गया है। उसका बचकर निकलना अब मुश्किल है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।