सोनिया, राहुल और मुलायम ने नहीं चुने गांव
लखनऊ। देश में गांवों के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 'सांसद आदर्श ग्राम'
लखनऊ। देश में गांवों के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 'सांसद आदर्श ग्राम' योजना में कई सांसदों ने कदम बढ़ाए। जो गांव चुने गए हैं उनमें कुछ के आधार सुखद हैं, तो कुछ के चयन का पैमाना काफी दिलचस्प। किसी ने वोट प्रतिशत को चयन का आधार बनाया, तो कोई गांव सांसद के पुरखों के जुड़ाव का कारण बना। कुछ सांसद ऐसे गांवों पर मेहरबान हुए जो पहले ही किसी न किसी सरकारी योजना का हिस्सा हैं। वहीं कुछ ऐसे भी सांसद हैं जो अंतिम तारीख तक गांव का चयन नहीं कर सके। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सपा मुखिया मुलायम सिंह भी इस फेहरिस्त शामिल हैं।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुलायम सिंह के अलावा घोसी से भाजपा सांसद हरिनरायन राजभर, बदायूं से सपा के सासद धर्मेद्र यादव और हमीरपुर-महोबा से भाजपा सांसद सांसद कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने आदर्श ग्राम का चयन नहीं किया है। बहराइच में भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने भी गांव का चयन नहीं किया है। सांसद का कहना है कि प्रस्ताव भेजा जाएगा। शाम तक वह किसी भी चुने गांव का नाम नहीं पुष्ट कर सकीं। राज्यसभा सदस्य मुख्तार अब्बास नकवी ने मानपुर ओझा का चयन किया, लेकिन गांव की कुल आबादी पांच हजार से अधिक है। ऐसे में वह दूसरे गांव पर विचार कर रहे हैं।
चयन का दिलचस्प पैमाना
गाजीपुर से सांसद मनोज सिन्हा ने जखनिया ब्लाक के दुल्लहपुर शंकरसिंह गांव को गोद लिया है। लोकसभा चुनाव में इस गांव से भाजपा को सर्वाधिक 82 फीसद वोट मिले थे। यही चयन का भी आधार बना। देवरिया के सांसद कलराज मिश्र के पुरखों के गांव पयासी को गोद लिया है। हाथरस के सांसद राजेश दिवाकर ने प्रांत प्रचारक दिनेश कुमार के गांव अहवरनपुर को गोद लिया है। बताते हैं राजेश को टिकट दिलाने में प्रांत प्रचारक की अहम भूमिका रही थी। गांव में मूलभूत सुविधाएं भी ठीक-ठाक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की कृपा से टिकट पाकर अलीगढ़ सांसद बने सतीश गौतम ने उनके ही गढ़ अतरौली के गांव बहरावद को गोद लिया है। बाराबंकी में सांसद प्रियंका ¨सह रावत ने जिस बुधनई गांव गोद लिया है, वह 2002-03 में अंबेडकर ग्राम चयनित हुआ था। चुनाव के बाद सांसद ने इस गांव की ओर रुख नहीं किया है। गांव डामर रोड से जुड़ा हैं। अंबेडकरनगर में सांसद हरिओम पांडेय ने जलालपुर के उसरहा ग्राम को चुना है। यह गांव निर्मल भारत अभियान, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, मनरेगा, स्वच्छ पेयजल योजना, आवासीय योजना तथा विभिन्न पेंशन योजनाओं से पहले ही आच्छादित है। राज्यमंत्री एवं फतेहपुर सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने कटरी के लोहिया गांव परसेढ़ा को गोद लेने को चयनित किया है। गांव पहले से ही लोहिया समग्र योजना में शामिल है। उधर फर्रुखाबाद के भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने अलीगंज विधानसभा (जिला एटा) के लोधी बहुल ग्राम अमरौली रतनपुर को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया है। जालौन में भाजपा सांसद भानु प्रताप सिंह वर्मा ने दो बार अंबेडकर गांव जयनित हरदोई गूजर गांव गोद ले लिया। संभल में सांसद सत्यपाल सैनी ने जिस लहरावन गाव का चयन किया है उसे पहले ही राज्य सरकार ई विलेज घोषित कर चुकी है। मायावती के शासन में यह गाव अम्बेडकर गाव था। बांसगांव में सांसद कमलेश पासवान ने बरहज की ग्राम पंचायत कपरवार को चुना है, जो प्रदेश सरकार में समग्र गांव के रूप में चयनित था।
डिंपल ने चुना गांव
कन्नौज से सपा सांसद डिंपल यादव ने सोमवार को ग्राम सभा सैय्यदपुर सकरी गांव को चयनित किया। मैनपुरी से सपा सासद तेज प्रताप यादव ने भी अंतिम समय में जागीर विकास खंड के सगामाई गाव को गोद लिया है। फीरोजाबाद के सपा सासद अक्षय यादव ने शिकोहाबाद ब्लाक के गाव अब्बासपुर का चयन किया है।
लाटरी से चमकी किस्मत
कुछ सांसदों ने पक्षपात के आरोपों से बचने के लिए चयन में लाटरी का सहारा लिया। लाटरी विधि ने गांवों की किस्मत तय कर दी है। इन सांसदों में मछलीशहर के सांसद रामचरित्र निषाद, मीरजापुर की सासद अनुप्रिया पटेल, भदोही के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, दो गांवों को चुनने वाले चंदौली के सांसद महेंद्रनाथ पांडेय शामिल हैं।
ऐतिहासिक गांव बने पसंद
लालगंज की भाजपा सासद नीलम सोनकर ने लोहरा गाव को गोद लिया है। 1857 की क्रांति में इस गांव के सात स्वतंत्रता सेनानी शहीद हुए थे। बस्ती के भाजपा सांसद हरीश द्विवेदी ने राजा जालिम सिंह के गांव अमोढ़ा को चुना है। सिद्धार्थनगर के सांसद जगदंबिका पाल ने डुमरियागंज के धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व के गांव भारत भारी को गोद लिया है। बलिया से सांसद भाजपा के भरत सिंह ने आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के गांव ओझवलिया को गोद लिया। शाहजहापुर में सासद कृष्णाराज ने नवादा दरोबस्त गाव को चुना है जो अमर शहीद ठाकुर रौशन सिंह की जन्मस्थली है। सीतापुर के सांसद राजेश वर्मा ने 23 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जन्मस्थली मीरानगर गांव को गोद लिया है।
योगी ने चुने हर ब्लाक से गांव
गोरखपुर के भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने संसदीय क्षेत्र के हर ब्लाक से एक-एक गांवों का अलग से विकास करने के लिए चुना है। आदर्श गांव योजना के तहत योगी ने चरगांवा ब्लाक की ग्राम पंचायत जंगल औराही को रखा है। जो अभी तक किसी योजना में शामिल नहीं रहा है। बरेली सेसासद संतोष गंगवार ने अपने संसदीय क्षेत्र के तीन गावों को आदर्श गाव बनाने के गोद लिया है। ये गांव मीरगंज, नवाबगंज और भोजीपुरा में हैं। गोंडा में सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने लक्ष्मनपुर लाल नगर तथा कैसरगंज में सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सेमरा शेखपुर गांव चुने हैं। यह दोनों गांव बाढ़ प्रभावित हैं।