अधर में संकल्प दंपती खुदकुशी केस
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। प्रख्यात गीतकार संतोष आनन्द के पुत्र संकल्प आनन्द के साथ पुत्रवधू नरेश नंदि
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। प्रख्यात गीतकार संतोष आनन्द के पुत्र संकल्प आनन्द के साथ पुत्रवधू नरेश नंदिनी खुदकुशी केस अधर में पड़ गया है। मथुरा पुलिस ने इसकी किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है जबकि संतोष आनन्द खुद सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। अभी तक सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने की सिफारिश नहीं की है।
पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने बताया कि डीजीपी मुख्यालय से संकल्प आनन्द खुदकुशी मामले की रिपोर्ट 29 अक्टूबर को ही शासन को भेज दी गयी है। इसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले में अनभिज्ञता जताई। अभी शासन से किसी भी तरह का पत्र केंद्र सरकार को नहीं भेजा गया है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतने गंभीर मामले की जांच का हश्र क्या होगा। 15 अक्टूबर को संकल्प दंपती ने मथुरा जिले के कोसी कला में ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। इस दंपती के दस पेज के सुसाइड नोट में उप्र पुलिस आवास निगम के डीजी कमलेन्द्र प्रसाद समेत 38 लोग आरोपी बनाए गए हैं। दिल्ली के जिस इंस्टीट्यूट में संकल्प सेवारत थे उस इंस्टीट्यूट में छह माह पहले कमलेन्द्र प्रसाद निदेशक थे। संकल्प ने उन पर ढाई सौ करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाया है। इससे मामले की संवेदनशीलता बढ़ गयी है और इसी कारण मथुरा की एसएसपी मंजिल सैनी ने मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने की सिफारिश की। हालांकि इस बीच मथुरा पुलिस ने दिल्ली तक छानबीन की है लेकिन मुकदमे के सापेक्ष जो तेजी दिखनी चाहिए, वह नहीं दिखी। यहां तक कि बड़े और रसूखदार आरोपियों से पुलिस पूछताछ तक भी नहीं कर सकी।