नेहरू युवा केंद्र में मेरे अध्यक्ष पद को चुनौती अवैध : एनडी
लखनऊ। जवाहर लाल नेहरू युवा केंद्र की कार्यकारिणी को लेकर उठे बवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री एनड
लखनऊ। जवाहर लाल नेहरू युवा केंद्र की कार्यकारिणी को लेकर उठे बवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। अपने माल एवेन्यू स्थित आवास 'आरोही' में पत्रकार वार्ता आयोजित कर उन्होंने कहा - 'इस केंद्र का संस्थापक अध्यक्ष होने के नाते मैंने हमेशा इसकी तरक्की चाही है। कुछ लोग मेरे पुत्र रोहित शेखर तिवारी पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को चुनौती देना हर तरह से अवैध है।'
पिछले दिनों लखनऊ में नेहरू युवा केंद्र के कार्यालय पर एनडी तिवारी की मौजूदगी में ही उज्ज्वला तिवारी और पहली पत्नी स्व. सुशीला तिवारी के भाई डा. पीसी सनवाल के बीच विवाद हो गया था। तब से एनडी ने चुप्पी साध रखी थी। आज उन्होंने जवाहर लाल नेहरू युवा केंद्र से जुड़े सभी लोगों से अपील की कि वे पं. नेहरू की 125वीं जयंती मनाएं और इस संस्था को किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ने दें। पत्रकारों से वार्ता के दौरान उनके पुत्र रोहित शेखर तिवारी और पत्नी डा. उज्ज्वला तिवारी भी मौजूद रहे। उज्ज्वला ने कहा कि कुछ लोग संस्था को लेकर बवाल खड़ा कर रहे हैं। ऐसे लोगों ने 40 वर्षो तक संस्था के लिए कोई काम नहीं किया इसलिए एनडी तिवारी ने 19 सितंबर को कार्यकारिणी की बैठक कर इंदिरा मायाराम और गोवर्द्धन रेड्डी को हटा दिया। नई कार्यकारिणी बनी है और यह केंद्र के विकास में लगी है ।
दर्जा मंत्रियों की बर्खास्तगी का स्वागत
पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने 82 दर्जा प्राप्त मंत्रियों की बर्खास्तगी का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि विकास से दूर रहने वालों को मंत्री का दर्जा नहीं देना चाहिए था।
इंदिरा की शहादत पर सोचेंगे मोदी
पत्रकारों ने एनडी से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी ली लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की समाधि पर नहीं गए। एनडी ने तपाक से बात काटते हुए तस्दीक की कि आप यह बात पक्के तौर पर कह सकते हैं। फिर उन्होंने कहा कि मुझे मोदी से उम्मीद है कि वह इंदिरा गांधी की शहादत के बारे में सोचेंगे और उनका मेमोरियल बनवायेंगे। वह नया काम कर रहे हैं।