गंगा प्रदूषण पर योगी ने समुदाय विशेष को कोसा
लखनऊ। संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर की जानी चाहिए। यह कहना है सांसद औ
लखनऊ। संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर की जानी चाहिए। यह कहना है सांसद और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का। वह अयोध्या में भक्तमाल आश्रम के महंत कौशल किशोरदास की महंती के 50 वर्ष पूर्ण होने पर शामिल होने पहुंचने थे।
अयोध्या में मीडिया से मुखातिब योगी ने 1990 की कारसेवा का स्मरण कराते हुए कहा कि यह लाखों राम भक्तों एवं कारसेवकों की शहादत का परिणाम था कि छह दिसंबर 1992 को कलंक के प्रतीक ढांचे को ध्वस्त करने में सफलता मिली। इसीलिए संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण की बाधा को दूर की जानी चाहिए।
गंगा को प्रदूषित करने में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की शिकायत पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया जताई। कहा कि दशहरा के तीन दिनों बाद ही बकरीद के अवसर पर बड़ी संख्या में पशु वध का अवशेष गंगा में बहाया गया, इसकी ¨चता किसी को नहीं है। उन्होंने कहा ¨हदू धाíमक क्रियाकलापों को कठघरे में खड़ा करना कुछ लोगों की आदत बन गई है। साथ ही आश्वासन दिया कि यदि वास्तव में ¨हदू के किसी कृत्य से गंगा गंदी हो रही हैं, तो वह स्वत: गंगा की सफाई की ¨चता करेगा। इस बीच उन्होंने काला धन वापस लाने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की।