इटावा के लायन सफारी में शेरनी लक्ष्मी की मौत
लखनऊ। इटावा के लायन सफारी में शेरनी लक्ष्मी की मौत हो गई। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। अभ
लखनऊ। इटावा के लायन सफारी में शेरनी लक्ष्मी की मौत हो गई। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। 21 सितंबर को कानपुर चिड़ियाघर से लायन सफारी इटावा भेजे जाने के दौरान शेर विष्णु और शेरनी लक्ष्मी घायल हो गये थे। इसके बाद विष्णु व लक्ष्मी संक्रमण की चपेट में आ गए। डाक्टरों के अनुसार लक्ष्मी के फेफड़ों ने पिछले 10 दिन से काम करना बंद कर दिया था। अभी एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लक्ष्मी का हाल जानने लायन सफरी गए थे। उल्लेखनीय है कि इन दिनों इटावा लायस सफारी में चार जोड़ी शेर हैं। आज बीमारी के चलते एक जोड़ी टूट गई।
अपनी तरह का इकलौता प्रोजेक्ट
इटावा लायन सफारी इटावा से ग्वालियर जाने वाली सड़क पर करीब पाच किलोमीटर चलने के बाद दाहिनी ओर यमुना नदी के बीहड़ में है।ं इसकी फिशर वन की पहचान रही है। यहां कभी डकैतों के प्रभुत्व था लेकिन अब यहां चार जोड़ी शेरों का राज था। यह लॉयन सफारी 350 हेक्टेयर में बना है। एशियाई शेरों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के लिए इटावा में बब्बर शेर प्रजनन केंद्र और बब्बर शेर सफारी देश में अपनी तरह का इकलौता प्रोजेक्ट है। 86 करोड़ रुपए की लागत वाली लायन सफारी योजना का पहला चरण बब्बर शेरों के प्रजनन से जुड़ा है। इसके लिए लायन सफारी में ब्रीडिंग सेंटर (प्रजनन केंद्र) और अस्पताल है। यहा पर प्रजनन के लिए लाए गए चार जोड़ी शेर लखनऊ हैं।
लक्ष्मी का जीवनवृत्त
शेर विष्णु और लक्ष्मी का जोड़ा हैदराबाद जू से वर्ष 2013 में कानपुर जू लाया गया था। वहा पर इन्हें संक्रमण हुआ था लेकिन तब उपचार से स्वस्थ हो गए थे। इन्हें वायरल संक्रमण हुआ। लकवा के लक्षण मिले। विष्णु और लक्ष्मी आपस में भतीजे और मौसी का रिश्ता रखने वाले थे। हालाकि हैदराबाद चिड़ियाघर के अधिकारियों ने इन्हें साथ नहीं रखने की सलाह दी थी। लायन सफारी में लाने के बाद इन्हें अन्य जोड़ों से बदलाना था लेकिन दोनों बीमार हो गए। चार डाक्टरों की टीम इनका इलाज करने में लगी। वेटनरी इंस्टीट्यूट बरेली, देहरादून, आगरा व दिल्ली के डाक्टरों के इलाज के लिए लगाय गया।