जयंत ने किए केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार
लखनऊ। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह की दिल्ली स्थित सरकारी कोठी खाली कराने के विरोध
लखनऊ। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह की दिल्ली स्थित सरकारी कोठी खाली कराने के विरोध में कल मुरादनगर गंगनहर पर दिल्ली का पानी रोके जाने के दौरान समर्थकों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष को जयंत चौधरी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया और केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किये।
रालोद महासचिव जयंत गाजियाबाद के मोदीनगर में पुलिस द्वारा गोली व लाठी चार्ज में घायल भाकियू और रालोद कार्यकर्ताओं से अस्पताल में मिलने आए थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चौधरी अजित सिंह की तुगलक रोड की कोठी पर चौधरी चरण सिंह स्मारक बनाने में कोई कानूनी अड़चन आ रही है तो स्मारक किसी और स्थान पर बनाने में कोई आपत्ति नहीं है। इस कोठी से चरण सिंह के समर्थकों का भावनात्मक लगाव है।
जयंत ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास का जो सपना दिखाया था, वह सच होता दिखाई नहीं दे रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा देश को विकसित बनाने की घोषणा को हवाई बताते हुए कहा कि आज चीन व पाक के रवैये को लेकर लोगों में असुरक्षा की भावना है।
उन्होंने बकाया गन्ना भुगतान मुद्दे पर केंद्र व प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली को तो दोषी माना ही, साथ ही कोर्ट के फैसलों पर किसानों में बढ़ती नाराजगी को भी जाहिर किया। कहा कि बकाया गन्ना भुगतान मुद्दे पर रालोद किसानों के साथ है पर केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है। उन्होंने सरकार से मिल न चलाने की धमकी देने वाले मिल मालिकों पर शिकंजा कसने की बात करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अधिग्रहण कर ऐसी मिलों को स्वयं चलाए। जयंत चौधरी प्रदेश सरकार के विरुद्ध बयान देने से बचते रहे। हाल ही में बिहार के उप चुनाव में भाजपा के विरुद्ध हुए कई पार्टियों के गठबंधन को सफल बताते हुए जयंत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी ऐसा प्रयोग सफल हो सकता है। जयंत ने बाद में मेरठ पहुंचकर अस्पताल में भर्ती घायलों और उनके परिजनों से भी बात की।