मऊ में सरयू नदी पर निर्माणाधीन पुल ढहा, मजदूर दबे
लखनऊ। विकास कायरें में विभाग व ठेकेदारों की गठजोड़ से गुणवत्ता के साथ किया जाने वाला खिलवाड़
लखनऊ। विकास कायरें में विभाग व ठेकेदारों की गठजोड़ से गुणवत्ता के साथ किया जाने वाला खिलवाड़ फिर खतरनाक साबित हुआ। मऊ जिले के चिश्तीपुर से चकरा को जोड़ने के लिए छोटी सरयू नदी पर बन रहा पुल आज शाम ढलाई होते ढह गया। वहा काम कर रहे कई मजदूर मलबे में दब गए और चीख-पुकार मच गई। हादसे की खबर मिलते ही आसपास के गावों के लोग जुट गए। देर शाम तक ग्रामीणों ने आधा दर्जन श्रमिकों को मलबे से बाहर निकाल लिया था। उन सभी को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। इनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। मलबे के नीचे अभी और कई मजदूरों के दबे होने की आशका है। मौके पर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए थे तेज वर्षा के कारण राहत एवं बचाव कार्य में बाधा आ रही थी। हादसा शाम लगभग साढ़े चार बजे हुआ।
सात माह से चल रहे पुल निर्माण कार्य में आज मजदूरों द्वारा दो पायों के बीच पुल की ढलाई की जा रही थी। एक पाए पर लगभग 20 फुट की ढलाई हो चुकी थी और दूसरे की ढलाई शुरू ही हुई थी कि पूरा पुल बैठ गया। ऊपर काम कर रहे आधा दर्जन से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। पुल बैठने की तेज आवाज होते ही चीख-पुकार मच गई। आसपास के गावों के लोग दौड़ पड़े। सबने मिलकर मलबे को हटाना शुरू किया।
सूचना पर उपजिलाधिकारी सदर अमरनाथ राय और बाद में अपर जिलाधिकारी प्रभुनाथ तथा थाना कोपागंज की पुलिस पहुंची। इसी बीच तेज बारिश शुरू हो जाने के कारण बचाव एवं राहत कार्य में बाधा शुरू हो गई। मजदूरों के मुताबिक मलबे में उनके अभी और कई साथी दबे हो सकते हैं।