यूपी में नीदरलैण्ड के नुस्खे पर फूलों की खेती
लखनऊ(राज्य ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश अब नीदरलैण्ड के नुस्खे से फूलों की खेती करेगा। दुग्ध उत्पादन बढ
लखनऊ(राज्य ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश अब नीदरलैण्ड के नुस्खे से फूलों की खेती करेगा। दुग्ध उत्पादन बढ़ाएगा और किसानी के संसाधनों के विकास को नई दिशा देने का अभियान चलाएगा। इससे राच्य की अर्थ व्यवस्था में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नीदरलैण्ड दौरे से लौटने के बाद सरकारी बयान में यह दावा किया गया है। सरकार ने इस यात्रा को राज्य की आर्थिक खुशहाली के लिए कामयाब और उपयोगी ठहराया है। प्रवक्ता ने कहा कि यात्रा के अनुभव मंडियों, सहकारी संस्थाओं, पर्यावरण व खेती-किसानी के बुनियादी संसाधनों के विकास को नई गति व दिशा देंगे। नीदरलैण्ड्स के लोरा हालैण्ड सहकारी संगठन की कार्य प्रणाली व आल्समीर पुष्प नीलामी केंद्र की तकनीक का इस्तेमाल फूलों की खेती को बढ़ावा देने में किया जाएगा। किसानों को नीदरलैण्ड्स की उन्नत एग्रो फूड टेक्नोलाजी का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा में नीदरलैण्ड्स एग्रो फूड टेक सेंटर के साथ कृषि व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्रों में जानकारी सांझा करने का करार हुआ है। डच डेयरी उद्योग के नुमाइंदे पराग डेयरी का आधुनिकीकरण करने आएंगे। इससे दुग्ध उत्पादकों का मुनाफा बढ़ेगा। एसोचेम के सर्वेक्षण से साफ है कि उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन में देश में अव्वल है। नीदरलैण्ड के विशेषज्ञों के प्रयास से दुग्ध उत्पादकों को आधुनिक तकनीक एवं अच्छी नस्ल के दुधारु पशुओं की उपलब्धता संभव होगी। फूड प्रोसेसिंग के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। सरकार ने डच उद्यमियों को कृषि उद्योग-धंधों के आधुनिकीकरण एवं कोल्ड स्टोरेज की क्षमता वृद्धि में सहयोग का आमंत्रण दिया है।