यूपी के किसानों का गणित बिगाड़ गई बारिश
लखनऊ। अत्यधिक कम बारिश ने किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। बीते वर्ष के मुकाबले इस साल बारिश
लखनऊ। अत्यधिक कम बारिश ने किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। बीते वर्ष के मुकाबले इस साल बारिश की स्थिति काफी खराब है। उत्तर प्रदेश के 75 में से 41 जिलों में फिलहाल सूखे जैसे हालात हैं। 23 जिलों 40 फीसद से भी कम वर्षा हुई। फिलहाल अब दो तीन दिन बारिश के आसार बने हैं। इसका कारण मध्य प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र होना है। इसके चलते यूपी में मानसून सक्रिय है। वारणसी में मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पाडेय कहते हैं कि अभी मौसमी मिजाज ऐसे ही चलेगा। हवा का पुरवा रुख यहा तक नमी भेज रही है। रह-रहकर लोकल हीटिंग भी हो रही है। उड़ीसा में बने डिप्रेशन का असर यहा तक पहुंच गया है।
कृषि विभाग के अनुसार सबसे कम 8.3 फीसद बारिश गाजियाबाद और नोएडा में 12 फीसद रिकार्ड की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के डेढ़ दर्जन जिलों व पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में हुई अत्यधिक कम बारिश के चलते सूखे से हालात हैं। लखनऊ भी कम वर्षा वाले जिलों में शामिल है जहां 58 फीसद बारिश रिकार्ड की गई है। सहारनपुर, बरेली, चित्रकूट, बांदा, मुरादाबाद और गोरखपुर जिले जो बीते वर्ष वर्षा जल से लबालब थे इसबार सूखे जैसे हालात से जूझ रहे हैं। गोरखपुर में जहां बीते वर्ष 31 अगस्त तक 1098 मिमी. बारिश रिकार्ड हुई थी, वहीं इस बार यहां मात्र 530 मिमी. बारिश ही हुई है। शेष अन्य जिलों का भी कुछ ऐसा ही सूरतेहाल है। इसके विपरीत श्रावस्ती, बहराइच, ललितपुर, लखीमपुर खीरी व बलरामपुर में जमकर बारिश हुई है। श्रावस्ती व बहराइच सर्वाधिक बारिश वाले जिले हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिन प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है।