सपा सरकार के ढुलमुल रवैये से जटिल हो गई गन्ना समस्या
लखनऊ। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान के तेवर आज काफी तल्ख थे। उन्होंने लखनऊ में पत्रक
लखनऊ। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान के तेवर आज काफी तल्ख थे। उन्होंने लखनऊ में पत्रकार वार्ता में यूपी सरकार के विरुद्ध अपने गुस्से का खूब इजहार किया। गन्ना समस्या को जटिल बनाने में अखिलेश सरकार के ढुलमुल रवैये को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि किसान मजबूर होकर गन्ना बोआई से कतराने लगा है। इससे यूपी की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। चंद मिल मालिकान के मनमाने रवैये पर अंकुश लगाने में सपा सरकार नाकाम रही है और किसानों के 47 सौ करोड़ रुपये का भुगतान लटका है। बालियान ने इस्मा (इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन) के दोहरे मापदंड को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। मवाना, बजाज व मोदी समूह की मनमानी के आगे सपा सरकार नतमस्तक होने पर चिंता जताई।
रंगराजन समिति की रिपोर्ट यूपी के लिए फिजूल
लखनऊ। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों की तुलना में यूपी के हालात अलग हैं, इसलिए रंगराजन समिति की रिपोर्ट लागू करना यूपी के गन्ना किसानों व चीनी उद्योग के हित में उचित नहीं है। यह रिपोर्ट गन्ना समस्या का केंद्र बिंदु बनी है।
केंद्रीय मंत्री सपा सरकार और केंद्र के उन अधिकारियों से नाराज दिखे जो रंगराजन समिति की रिपोर्ट यूपी में लागू कराने का दबाव बनाए हैं। इस बारे में प्रधानमंत्री से वार्ता करने का जिक्र करते हुए मंत्री ने रंगराजन समिति की रिपोर्ट को यूपी में लागू कराने को फिजूल बताया। यूपी में गन्ना किसान को बचाने के लिए निजी चीनी मिलों के साथ गुड़ व खांडसारी उद्योग को भी प्रोत्साहित करना होगा। केंद्र सरकार इस ओर गंभीर है और जल्द ही नतीजे सामने आएंगे। गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान को निपटाने के लिए उन्होंने मिलों की चीनी जब्त करने का सुझाव दिया।