विजय बहादुर बने महाधिवक्ता
लखनऊ । 28 जुलाई को तत्कालीन महाधिवक्ता विनय चन्द्र मिश्र की बर्खास्तगी के बाद से रिक्त चल रहे इ
लखनऊ । 28 जुलाई को तत्कालीन महाधिवक्ता विनय चन्द्र मिश्र की बर्खास्तगी के बाद से रिक्त चल रहे इस पद पर विजय बहादुर सिंह की नियुक्ति की गयी है। प्रमुख सचिव न्याय एसके पांडेय ने नए महाधिवक्ता की नियुक्ति की पुष्टि करते हुए कहा कि इस बाबत औपचारिक आदेश जारी कर दिए गए हैं। अखिलेश यादव की ढाई साल की सरकार में विजय बहादुर तीसरे महाधिवक्ता हैं। पहले एसपी गुप्ता और फिर वीसी मिश्र महाधिवक्ता बनाए गए थे।
गौरतलब है कि विनय चन्द्र मिश्र की बर्खास्तगी के बाद सरकार ने महाधिवक्ता के प्रशासनिक कार्य का दायित्व सीबी यादव को दिया था लेकिन पीआइएल के जरिए यह मामला उच्च न्यायालय पहुंच गया। उच्च न्यायालय ने महाधिवक्ता के संवैधानिक पद के रिक्त होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सरकार को चार सितम्बर तक महाधिवक्ता की नियुक्ति करने का आदेश दिया था। नीदरलैंड की यात्रा पर जाने के पहले मुख्यमंत्री ने नए महाधिवक्ता की नियुक्ति को मंजूरी दे दी।
विजय बहादुर सिंह क्रिमिनल मामलों के नामचीन वकील हैं। विजय बहादुर बसपा के टिकट पर 2009 में हमीरपुर सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। बीते लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट होते ही सिंह ने नरेन्द्र मोदी की सार्वजनिक प्रशंसा की थी जिससे नाराज होकर बसपा प्रमुख मायावती ने उनका टिकट काट दिया था। भाजपा से भी टिकट न मिलने के बाद विजय बहादुर चुनाव के बीच में ही सपा में शामिल हो गए थे।