ईडी को मिली 15 अरब के घोटाले की जांच रिपोर्ट
लखनऊ । लोकायुक्त ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को करीब 15 अरब रुपये के स्मारक घोटाले की जांच रिपोर्ट, पूर्व मंत्रियों, अफसरों और अभियंताओं के बयान तथा दस्तावेज सौंप दिए हैं। ईडी के संयुक्त निदेशक हिमांशु कुमार लाल ने 13 अगस्त को लोकायुक्त को पत्र भेजकर घोटाले की जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था।
ईडी ने पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा समेत 19 लोगों के खिलाफ 11 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। स्मारक घोटाले में लोकायुक्त जांच और सतर्कता अधिष्ठान द्वारा गोमतीनगर थाने में दर्ज कराये गए मुकदमे के आधार पर ईडी ने यह मुकदमा दर्ज किया। ईडी के अनुरोध के बाद लोकायुक्त ने 20 मई 2013 को दर्ज रिपोर्ट की जांच के साक्ष्यों को ईडी को मुहैया करा दिया है। उन्होंने पूर्व मंत्रियों के बयान की प्रति और उनकी आय का ब्यौरा भी भेजा है। राजकीय निर्माण निगम के अभियंताओं और खनन विभाग के अफसरों के कृत्यों के साक्ष्य और उनसे पूछताछ की प्रति भेजी है। सूत्रों के मुताबिक लोक निर्माण विभाग के एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी को क्लीन चिट दे दी गयी थी, लेकिन ईडी ने उनसे सम्बंधित साक्ष्य भी लिए हैं। लखनऊ एवं नोएडा में वर्ष 2007 से 2011 के बीच स्मारकों एवं उद्यान के निर्माण की प्रक्रिया में भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितताओं के संदर्भ में लोकायुक्त ने जांच पूरी कर 20 मई 2013 को अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। उन्होंने सतर्कता अधिष्ठान से प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर जांच के निर्देश दिए थे।
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यहां हुआ निर्माण घोटाला
- अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल
-मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल
- गौतमबुद्ध उपवन
- ईको पार्क
- नोएडा अम्बेडकर पार्क