बिजली कटौती के खिलाफ आंदोलित हुआ उत्तर प्रदेश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ते जा रहे बिजली संकट से हाहाकार मच गया है। अधाधुंध बिजली कटा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ते जा रहे बिजली संकट से हाहाकार मच गया है। अधाधुंध बिजली कटौती से लोगों का आक्रोश चरम पर है जो अब सड़कों पर नजर आने लगा है। आज प्रदेश के कई हिस्सों में बिजली के लिए जनता ने प्रदर्शन, हंगामा और बवाल किया। कहीं पर सड़कें जाम की गई, कहीं विद्युत उपकेंद्रों पर हुजूम आक्रामक नजर आया। अधीक्षण अभियंता भीड़ में घिरे बिजली के सवाल पर निरुत्तर खड़े रहे, तो कहीं जिलाधिकारी मौके पर पहुंच लोगों को अपने कोरे आश्वासनों से मनाते रहे। कई जिलों में प्रशासनिक अधिकारी बिजली संकट से कानून व्यवस्था के लिए नई चुनौती से चिंतित दिखे।
आगरा में कई सब स्टेशनों पर तोड़फोड़ हुई। गुरुवार को आगरा में शाम तक ही छह घंटे तक की कटौती हो चुकी है। कासगंज के सोरों में बाजार दूसरे दिन भी बंद रहे। धुमरी में पब्लिक ने बिजली कर्मियों को बंधक बनाकर रस्सी से बांध दिया। अवागढ़ में दो घंटे तक एटा-आगरा मार्ग को जाम रखा और सब स्टेशन पर ताले जड़ दिए। इसके बाद कई कर्मचारी जान बचाकर भाग खड़े हुए।
अलीगढ़ में बिजली की अंधाधुंध कटौती और नहरों में पानी न आने से परेशान किसानों को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। गभाना में तहसील के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग को एक घंटे तक जाम रखा। इस दौरान किसान प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। बाद में अफसरों के समझाने पर किसानों ने जाम खोला।
राज्य सरकार के वादे के बावजूद बिजली के लिए तरस रहे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस के चांदपुर में नागरिकों ने सबस्टेशन में तालाबंदी की, वहीं ग्रामीणों ने कछवां के ठठरा उपकेंद्र पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
सोनभद्र में एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने अधीक्षण दफ्तर घेरा लिया। बिजली नहीं मिलने पर लोगों ने तालाबंदी कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। जौनपुर के केराकत क्षेत्र में बाजार बंद कर लोगों ने चक्का जाम कर दिया। बदलापुर सहित कई स्थानों पर भी प्रदर्शन हुआ। आजमगढ़ में मालटारी विद्युत उपकेंद्र पर धरना-प्रदर्शन कर लोगों ने बिजली मांगी।
बस्ती के हर्रैया क्षेत्र में चरमराई विद्युत व्यवस्था से गुस्साए नागरिकों ने जुलूस निकाल कर सरकार विरोधी नारे लगाए।