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फैजाबाद दुष्कर्म मामले में सच उगलवाने को नार्को टेस्ट

लखनऊ। फैजाबाद में छात्रा के साथ दुष्कर्म कर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस वैज्ञानिक ढंग स

By Edited By: Published: Thu, 21 Aug 2014 06:35 PM (IST)Updated: Thu, 21 Aug 2014 06:35 PM (IST)
फैजाबाद दुष्कर्म मामले में सच उगलवाने को नार्को टेस्ट

लखनऊ। फैजाबाद में छात्रा के साथ दुष्कर्म कर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस वैज्ञानिक ढंग से साक्ष्य जुटाने पर ज्यादा जोर दे रही है। गुनाह की कड़ियां तलाशने के लिए गिरफ्तार आरोपी नदीम का नार्को टेस्ट कराया जाएगा। आइजी जोन सुभाष चंद्रा ने बताया कि विवेचना में कोई लापरवाही नहीं हो रही है। कुछ लोग जनभावनाओं को भड़का कर पीड़ित परिवार को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। नार्को टेस्ट कराने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है।

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आज पत्रकार वार्ता के दौरान आइजी जोन ने कहा कि अमानीगंज कांड को लेकर पुलिस गंभीर है। वैज्ञानिक ढंग से साक्ष्यों की जांच कराई जा रही है। फोरेंसिक जांच के लिए साक्ष्यों को भेजा जा चुका है। जांच की दिशा सही है। अमानीगंज में भी हालात सामान्य हैं। जो लोग अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। एसएसपी केबी सिंह ने बताया कि नार्को टेस्ट के साथ-साथ लाइडिटेक्टर टेस्ट, पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए भी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए संबंधित न्यायालय में अपील कर दी गई है। अमानीगंज में हालात ठीक हैं। जनता से मिलकर सहयोग की अपील की गई है। मृत छात्रा के परिजनों को पूरी तरह न्याय दिलाए जाएगा। घटना में जो लोग भी शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सर्किट हाउस में आइजी जोन ने मंडलायुक्त विशाल चौहान, डीआइजी एन चौधरी, एसएसपी केबी सिंह के साथ बैठक कर अब तक कार्रवाई पर चर्चा की। अमानीगंज में एसएसपी ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ शांति कमेटी की बैठक कर सौहा‌र्द्र बनाए रखने की अपील की।

सीबीआइ जांच की मांग

फैजाबाद के निर्भया कांड को लेकर लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। महिला संगठनों सहित छात्र संगठनों ने भी घटना की तीखी निंदा करते हुए पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने रुदौली डाक बंगले में बैठक कर दुष्कर्म के बाद बालिका की हत्या के मामले में सीबीआइ जांच कराने की मांग की। संगठन के पदाधिकारियों ने एक स्वर से पुलिसिया कहानी को खारिज करते आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है। संगठन के पूर्व प्रदेश सचिव विवेक तिवारी ने मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की मांग की। उन्होंने प्रदेश की अखिलेश सरकार पर धार्मिक व जातीय आधार पर तुष्टीकरण करने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा नेता महेंद्र पांडेय ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इतना घृणित कार्य करने वाले को फांसी की सजा जरूर मिलनी चाहिए।


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