दुष्कर्म पीड़िता के परिवार पर बयान बदलने का दबाव
लखनऊ। हाथरस के सिकन्दराराऊ में सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाई गई नवविवाहिता की मां से मिल
लखनऊ। हाथरस के सिकन्दराराऊ में सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाई गई नवविवाहिता की मां से मिलने रविवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय पहुंचे तो मृतका की मा ने रो-रो कर खाकी की खुराफातों की कहानी सुनाई। कहा कि पुलिस बार-बार बुलाकर बयान बदलने के लिए दबाव डालती है। इस दौरान भाजयुमो नेता की अफसरों से नोक-झोंक भी हुई।
11 जुलाई को नवविवाहिता को इटावा जिले के जसवंतनगर स्थित उसकी ससुराल से अगवा कर दरिंदों से उससे सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद मायके छोड़ दिया था। 14 जुलाई को उसे जिंदा जला दिया था। अगले दिन जमकर बवाल और आगजनी हुई थी। दलित बस्ती में पहुंचकर भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय ने तत्काल कोतवाल नित्यानंद सिंह को बुलाया और उनसे पूरी जानकारी ली। इस दौरान वहां एकत्रित महिला-पुरुषों ने बताया कि जब से यह घटना हुई है, तब से पूरे मोहल्ले के पुरुष-युवा पलायन कर गए हैं। परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या है। पुलिस रात में दबिश देकर धर-पकड़ कर रही है। इसके बाद भाजयुमो नेता ने कोतवाली पहुंचकर एसडीएम व सीओ से वार्ता की। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं से प्रशासनिक अफसरों की तीखी नोक-झोंक भी हुई। भाजयुमो नेता ने चेतावनी दी कहा कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो वह आदोलन करेंगे। जो दुकानें दलित समाज के लोगों की दहशत की वजह से बंद पड़ी हैं उन्हें प्रशासन अपनी देख रेख में खुलवाए ताकि उनकी रोजी-रोटी चल सके। पुलिस को उचित कार्रवाई की हिदायत दी।
उन्होंने इस पूरे घटना क्त्रम को प्रदेश कार्यकारिणी के समक्ष रखने की बात भी कही।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सिकंदराराऊ पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली दलित समाज के के प्रति ठीक नहीं है। पुलिस की कार्रवाई से दलितों में दहशत है। वे पलायन को मजबूर हो गए हैं। सामुहिक दुष्कर्म और उसके बाद का सारा मामला विधानसभा में उठाया जाएगा।