बिजली संविदा कर्मियों ने निकाला अर्धनग्न जुलूस
ललितपुर ब्यूरो : मानदेय व ईपीएफ रसीद को लेकर आन्दोलित बिजली संविदाकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जार
ललितपुर ब्यूरो : मानदेय व ईपीएफ रसीद को लेकर आन्दोलित बिजली संविदाकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। गुरूवार की सुबह कम्पनी बाग पर फिर से एकत्रित हुए और यहाँ सभा कर माँगे दोहराई। कहा- कार्य बहिष्कार तब तक करेगे, जब तक कि उनकी माँगें पूरी नहीं हो जाती हैं। यहाँ उन्होंने जमकर नारेबाजी की। इसके दोपहर में उन्होंने कम्पनी बाग से जिला परिषद तक अर्धनग्न अवस्था में जुलूस निकाला और नारेबाजी की। जिला परिषद पहुचे, लेकिन कोई अधिकारी न मिलने के चलते वह वापस लौट आए। फिलहाल, बिजली संविदा कर्मियों की हड़ताल अभी भी जारी बनी हुयी है। इससे पूर्व बिजली अधिकारियों ने उन्हे काफी मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानें। कहा कि जब तक उनका मानदेय व ईपीएफ रसीद प्राप्त नहीं हो जाती, तब तक वह आन्दोलित रहेगे।
विद्युत संविदाकर्मियों को पिछले छह माह से मानदेय नहीं दिया जा रहा है। वह बगैर मानदेय के ही कार्य कर रहे है। उन्होंने पिछले दिनों माँग उठाई और प्रदर्शन किया था तो ठेकेदार द्वारा एक माह का मानदेय दे दिया गया और आश्वासन दिया गया था कि आगामी समय में पूरा मानदेय क्लीयर कर दिया जाएगा, लेकिन वह अभी तक नहीं हो सका। ऐसे में विद्युत सम्विदाकर्मियों के समक्ष आर्थिक संकट बना हुआ है। उन्होंने 22 मार्च को कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी दी, लेकिन कोई बात नहीं बनी। इस पर गत बुधवार से वह आन्दोलित हो गए और कार्य बहिष्कार कर दिया। पहले दिन जहाँ उन्होंने सभा कर मानदेय व ईपीएफ रसीद की माँग उठाई तो दूसरे दिन सभा कर शहर में अर्धनग्न प्रदर्शन जुलूस निकाला। इससे पूर्व उन्होंने कम्पनी बाग में सभा करते हुए उन्होंने माँग दोहराई और कहा कि वह जब तक आन्दोलित रहेगे, जब तक कि उनकी माँग पूर्ण नहीं हो जाती। उन्होंने अपनी मानदेय की माँग को लेकर सभा करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि संविदाकर्मी जान न्यौछावर कर डयूटी करते है, लेकिन उन्हे सुविधाओं के नाम पर ठेंगा दिखा दिया जाता है। उन्हे समय से मानदेय तक नहीं दिया जाता है। ऐसे में वह मुफलिसी की जिन्दगी जीकर परिवार का भरण पोषण कर रहे है। उन्हे पिछले छह माह से मानदेय नहीं दिया गया है। और तो और कार्यदायी संस्था द्वारा संविदाकर्मियों का ईपीएफ काटा जा रहा है, लेकिन उनको इसका खाता नम्बर नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने जल्द से जल्द भुगतान दिलाए जाने के साथ ईपीएफ का खाता दिलाने की माँगे उठाई। इसके बाद उन्होंने कम्पनी बाग से जिला परिषद तक अर्धनग्न अवस्था में जुलूस निकाला। रास्तेभर इन्होंने जमकर नारेबाजी की। बाद में जिला परिषद पहुचे, लेकिन अधिशाषी अभियन्ता के न मिलने के चलते कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। और कर्मचारियों की हड़ताल जारी बनी रही। हड़ताल से दूसरे दिन भी विद्युत कार्य प्रभावित रहे। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व अध्यक्ष एस.एस.पाटिल ने किया। इस मौके पर शहर के अलावा देहात क्षेत्रों के बिजली संविदाकर्मी मौजूद रहे।
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कई कर्मचारियों ने हड़ताल से किया किनारा
विद्युत संविदाकर्मियों की हड़ताल से कुछ कर्मचारी किनारा करते दिखे। पहले दिन तो वह हड़ताल पर दिखे, लेकिन दूसरे दिन वह सभास्थल पर नहीं दिखे। हालाँकि वह कार्यालय में भी कार्य करते नहीं दिखे। यहाँ-वहाँ रहे, ऐसे में कि वह अधिकारियों की नजरों से दूर रहे। सूत्रों के मुताबिक बिजली अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को हटाए जाने की चेतावनी दी गयी है, जिसके चलते कुछ कर्मचारियों ने खुद को हड़ताल से दूर बताते हुए वापसी की बात कही। लेकिन यह न तो हड़ताल में शामिल रहे और न ही कार्य पर दिखे।
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ललितपुर : कर्मचारियों की समस्यायें जानते सदर विधायक।
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सदर विधायक ने जानी कर्मचारियों की पीढ़ा
ललितपुर : बिजली कर्मचारियों की हड़ताल की जानकारी जब सदर विधायक रामरतन कुशवाहा को मिली तो वह साथियों के साथ सभा स्थल पर पहुँचे। यहाँ उन्होंने सभी संविदाकर्मियों की समस्या जानी और समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिलाया। कहा, कर्मचारियों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान विधायक ने अधिशाषी अभियन्ता से फोन पर सम्पर्क कर, हकीकत जानी। जहाँ अधिशाषी अभियन्ता द्वारा बताया गया कि यह उनके कर्मचारी नहीं, बल्कि आउटसोर्से़ज संस्था महालक्ष्मी इण्टरप्राइजेज आगरा के कर्मचारी हैं। ठेकेदार को सूचित कर दिया गया है, एक-दो दिन में उनका मानदेय खातों में पहुचा दिया जाएगा।
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देर रात तक छाया रहा अँधेरा, एक्सईएन ने सँभाला मोर्चा
ललितपुर : बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर शहर की विद्युत व्यवस्था पर जबरदस्त रूप से दिखाई दिया। बुधवार को पूरे दिन फीडर संख्या एक पर कहीं ट्रास्फॉर्मर फुंकने से एक दर्जन मोहल्लों की बत्ती पूरे दिन के बाद देर रात तक गुल रही। लेकिन समस्या नहीं निपटी, इसके बाद अन्य फीडरों ने भी दगा दे दिया। पहले चार व पाँच और उसके बाद तीन नम्बर फीडर ब्रेकडाउन में आ गया। रात में लगभग पूरे शहर की बिजली बन्द हो गयी। इस पर अधिशाषी अभियन्ता गौरव कुमार ने मोर्चा सम्भालते हुए अवर अभियन्ता पंकज मौर्य, डी.डी.सोलंकी, अरविन्द पाखरे, वृन्दावन टीजीटू और अन्य स्टाफ के जरिए लाइन सुधरवाना शुरू किया। स्टाफ नहीं था, सो उसे बाँसी से बुलाया गया। देर रात काम हुआ और खराब ट्रास्फॉर्मर को हटाकर दूसरा रखवाया गया। यही नहीं ब्रेकडाउन को भी सुधार कर दुरुस्त किया गया। देर रात बाधित आपूर्ति दुरुस्त कर ली गयी और लोगों को राहत दी गयी।
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दूसरे दिन भी नहीं पहुँचा ठेकेदार, कर्मचारियों में रोष
ललितपुर : विद्युत ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा विद्युत अधिकारी व कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। पहले दिन आउटसोर्सेज कम्पनी महालक्ष्मी के ठेकेदार दीपक चौधरी ने यह कहते पल्ला झाड़ लिया कि उन्हे कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन उन्हे रात में फोन पर इससे अवगत करा दिया गया था, लेकिन दूसरे दिन वह ललितपुर नहीं पहुचे। इससे उनकी लापरवाही उजागर होती है। उनके कर्मचारी हड़ताल पर है और उनका यह रवैया विद्युत व्यवस्था पर भारी पड़ रहा है। कुछ कर्मचारियों ने तो कम्पनी व ठेकेदार तक को हटाने की माँग उठाई।
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ईई ने अवर अभियन्ताओं से माँगी रिपोर्ट
ललितपुर : हड़ताल से प्रभावित कार्य की जानकारी लेते हुए अधिशाषी अभियन्ता गौरव कुमार ने सभी अवर अभियन्ता से रिपोर्ट माँगी है। उन्होंने सभी कर्मचारियों का ब्यौरा तलब किया है। उन्होंने गुरूवार को हड़ताल में शामिल कर्मचारियों की जानकारी लिखित रूप से ली। कहा कि जो कर्मचारी हड़ताल से वापस आ गए है, सो ठीक, शेष की सेवा समाप्त कर रिपोर्ट दी जाए। इसके अलावा उन्होंने कई कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर नए कर्मचारियों को तैनात किए जाने की भी बात बताई। कहा कि कर्मचारियों की मनमानी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कुछ दिन कार्य जरूर प्रभावित होगी, लेकिन उपभोक्ताओं को किसी भी हाल में परेशान नहीं होने दिया जाएगा। दूसरे नए कर्मचारियों को भर्ती कर व्यवस्था कराई जाएगी।