8 दिन शेष, और चाहिए 20 करोड़
ललितपुर ब्यूरो : बकाया वसूली से जुड़े जिम्मेदारों पर अधिकारियों की नजर टेढ़ी है। दिए गए 104.14 करोड़ र
ललितपुर ब्यूरो : बकाया वसूली से जुड़े जिम्मेदारों पर अधिकारियों की नजर टेढ़ी है। दिए गए 104.14 करोड़ रुपये वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक 84 करोड़ के आसपास वसूली हो पाई है। ऐसे में अधिकारी नाराज है। बिजली अधिकारियों को टारगेट पूरा करने के लिए मात्र 8 दिन का समय रह गया है। उन्हे इन 8 दिनों में 20 करोड़ रुपए और वसूलना है। अब यह कैसे होगा, इसको लेकर अधिकारी लगातर क्षेत्र में चेकिंग अभियान व शिविर लगाकर वसूली कर रहे है। अब देखना यह है कि बिजली अधिकारी इस टारगेट को कहाँ तक पूरा कर पाते है। फिलहाल, बकाया वसूली में जनपद ललितपुर पिछड़ गया है।
पावर कॉरपोरेशन द्वारा प्रत्येक जनपद स्तर पर वितरण खण्ड को अलग-अलग वार्षिक लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। इसी क्रम में ललितपुर वितरण खण्ड को भी 104.14 करोड़ रुपए का वार्षिक लक्ष्य दिया गया। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए स्थानीय अधिकारियों ने रणनीति तय करते हुए वर्ष भर सघन चेकिंग अभियान चलाकर शिविर लगाए और बकाएदारों पर शिकंजा कसते हुए बिल भुगतान कराया। यही नहीं जिसने बिल भुगतान नहीं किया, उसका तत्काल कनेक्शन कटवा दिया गया। खास बात यह है कि इस बार वित्तीय साल के आखिरी माह की क्लोजिंग के दबाव के चलते अधिकारियों को भी पहले से ज्यादा बकाया वसूल करना था, लेकिन चुनाव की व्यस्तता एवं होली की छुट्टी के कारण ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में विद्युत अधिकारी लक्ष्य से पिछड़ते नजर आ रहे है। वैसे तो विभाग को वार्षिक लक्ष्य दिया गया। इसके अलावा माहवार भी अलग से लक्ष्य देकर इसकी समीक्षा की जा रही है। मार्च माह में विभाग को 16 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया। जिसके सापेक्ष वर्तमान में अभी मात्र 6 करोड़ के आसपास ही लक्ष्यपूर्ति हो सकी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक चेकिंग अभियान के साथ गाँव-गाँव शिविर लगाए जा रहे है। लक्ष्य पूर्ति के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। सम्भवत: लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे पूर्व जनवरी माह में 6 करोड़ 85 लाख व फरवरी माह में 6 करोड़ 17 लाख की वसूली की गयी थी। यह तो ठीक वार्षिक लक्ष्य 104.14 करोड़ के सापेक्ष विभाग द्वारा अभी तक 84 करोड़ राजस्व प्राप्त हो सका है। अब ऐसे में महज आठ दिन शेष रह गए है और लक्ष्य पूर्ति के लिए विभाग को 20 करोड़ रुपए वसूलना है। आठ दिन में 20 करोड़ रुपए वसूलना तो मुश्किल होगा, लेकिन यह आंकड़ा अधिक से अधिक पा सकें, इसके लिए बिजली अधिकारी रात-दिन एक किए हुए है।
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गाँव-गाँव लगाए जा रहे शिविर
मार्च क्लोजिंग में अधिक से अधिक बकाया वसूलने हेतु अवर अभियन्ता अपने-अपने क्षेत्रों में राजस्व वसूली शिविर लगा रहे है। यहाँ चेकिंग कर घर-घर वसूली कर रहे है। यहाँ बिल का भुगतान न होने के चलते वह कनेक्शन काट दे रहे है। ऐसे में परेशान उपभोक्ता अपने बिल का जमा करने पहुच रहे है। ऐसे में विभाग को अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त हो रहा है। यही नहीं कुछ लोग कनेक्शन कटने के बावजूद भी जोड़ ले रहे है तो विभागीय अधिकारी ऐसे उपभोक्ताओं की एफआइआर तक दर्ज करा दे रहे है। कुल मिलाकर बकाया वसूलने के लिए विभागीय अधिकारी कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे है।
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सरकारी विभागों को किया टारगेट
राजस्व वसूलने के लिए बिजली विभाग ने करोड़ों रुपए दबाए बैठे सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाया है। विभाग द्वारा इन्हे बिल भेज दिए गए है। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि जल्द ही इसका भुगतान नहीं किया जाता है तो उच्चाधिकारियों के निर्देश पर नोटिस की कार्यवाही की जाएगी और इसके बाद तुरन्त कनेक्शन काट दिए जाएंगे। ऐसे में कुछ सरकारी भवनों के बिल भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। कार्यालय अध्यक्ष व लिपिक बिजली विभाग पहुचकर अपने विद्युत बकाया के भुगतान की प्रक्रिया भी करने लगे है। ऐसे में विभाग को राहत है कि यदि सरकारी कार्यालयों से बकाया भुगतान हुआ तो वह लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।
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इनका कहना
शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। गाँव-गाँव शिविर के साथ शहर में डोर-टू-डोर चेकिंग की जा रही है। बकाया अदा न करने वालों के कनेक्शन काटे जा रहे है। वर्तमान में 80 फीसदी लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। मार्च पूर्ण होते तक इसे पूर्ण कर लिया जाएगा।
- गौरव कुमार, अधिशाषी अभियन्ता
विद्युत वितरण खण्ड, ललितपुर।