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बीआरसी जखौरा में सह-समन्वयकों के बीच विवाद

ललितपुर : ब्लॉक संसाधन केन्द्र जखौरा में शुक्रवार शाम सह- समन्वयकों के बीच विवाद हो गया, जो कोतवाली

By Edited By: Published: Sun, 25 Sep 2016 01:48 AM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2016 01:48 AM (IST)
बीआरसी जखौरा में सह-समन्वयकों के बीच विवाद

ललितपुर : ब्लॉक संसाधन केन्द्र जखौरा में शुक्रवार शाम सह- समन्वयकों के बीच विवाद हो गया, जो कोतवाली तक पहुच गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ कोतवाली सदर में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

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ब्लॉक संसाधन केन्द्र जखौरा में सह समन्वयक के पद पर कार्यरत अशोक कुमार श्रीवास ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि शुक्रवार शाम पौने 5 बजे वह ब्लॉक संसाधन केन्द्र में बैठकर कार्य कर रहा था, उसके साथ अरिमर्दन सिंह निवासी आफीसर्स कॉलनि, पवनेन्द्र सिंह यादव अध्यापक निवासी आजादपुरा, संतोष सिंह निरंजन भी बैठे हुए थे, तभी बसंत जैन एबीआरसी जखौरा, गौरव त्रिपाठी अनुचर पूर्व माध्यमिक विद्यालय थनवारा हाल अस्थाई बीआरसी जखौरा आ गए, उस समय प्रशिक्षण कार्य से सम्बन्धित बातें खण्ड शिक्षा अधिकारी हृदयशकर लाल श्रीवास्तव से चल रही थीं। इसी बीच, बसंत जैन जो सह खातेदार है, भड़क उठे और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौच कर मारपीट पर आमादा हो गए। मौजूद लोगों ने बीच-बचाव किया। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि नामजद आरोपी पूर्व में भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर चुके है। अभद्र भाषा प्रयोग करने की वजह से बसंत जैन को पूर्व में निलम्बित भी किया जा चुका है। कोतवाली पुलिस ने अशोक कुमार श्रीवास की तहरीर के आधार पर एबीआरसी जखौरा बसंत जैन एवं गौरव त्रिपाठी के खिलाफ आइपीसी की धारा 323, 504 व अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशसता निवारण) की धारा 3(1)10 के तहत मामला पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी ओर एबीआरसी जखौरा बसंत जैन ने अशोक कुमार श्रीवास पर झूठी व निराधार शिकायत करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। बसंत जैन ने बताया कि शुक्रवार शाम बीआरसी में आकर अशोक श्रीवास खाने पीने एवं मध्यान्ह काल में वितरित भोजन के सम्बन्ध में विवाद करने लगे और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कुर्सी उठाकर मारने का प्रयास किया तथा समस्या को खण्ड शिक्षा अधिकारी के समक्ष रखने की बात कही। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बीच बचाव किया। इस दौरान प्रमोद नापित, मुहम्मद जमशेद, दीनदयाल धाकड़, गौरव त्रिपाठी आदि शिक्षक मौजूद थे, लेकिन अशोक श्रीवास दलित ऐक्ट में फंसाने की धमकी देते हुए चले गए। पूर्व में भी अशोक श्रीवास का आचरण, कार्यशैली व सह समन्वयक के चयन की जाच में दोषी पाए गए थे, जिसकी रिपोर्ट विभागीय उच्चाधिकारियों के पटल पर लम्बित है। पुलिस ने बसंत जैन की तहरीर पर नामजद आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करके जाच शुरू कर दी।


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