देर रात खुले गोविन्दसागर बाँध के गेट
ललितपुर ब्यूरो : मंगलवार की रात गोविन्द सागर बाँध में अचानक बढ़े पानी से यहाँ का गेट रेड लाइन के ऊप
ललितपुर ब्यूरो : मंगलवार की रात गोविन्द सागर बाँध में अचानक बढ़े पानी से यहाँ का गेट रेड लाइन के ऊपर पहुचने लगा, जिसके चलते यहाँ रात करीब 10 बजे चार गेट खोल 2-2 फीट पर खोल दिए गए। यहाँ से करीब एक हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। गेट सुबह 8 बजे तक खुले रहे, जिसके चलते अल सुबह यहाँ सेलानियों की भीड़ गेट खुलने का नजारा देखने उमड़ पड़ी।
पिछले दिनों रीते पड़े जनपद के अधिकाँश बाँध मानसून की बारिश के साथ ही लबालब हो गए थे। यदि गोविन्द सागर व शहजाद बाँध को छोड़ दिया जाए तो शेष बाँधों के गेट खोलकर पानी भी काफी मात्रा में डिस्चार्ज किया गया। यहाँ सेलानियों की भीड़ गेट खुलने का नजारा देखने के लिए पहुच रही थी, लेकिन शहरवासियों की हसरत गोविन्द सागर बाँध के गेट खुलने की थी। वह बुधवार सुबह हो गयी, हालाँकि इनमें से कुछ ही लोगों ने यह नजारा देख पाया। गेट खुलने की खबर सुनकर जब तक लोग पहुंचे, यहाँ 8 बजे खुले गेट बन्द कर दिए गए। जिससे उनमें मायूसी छा गयी। इससे पूर्व मंगलवार शाम शहर समेत आसपास इलाकों जमकर बारिश हुई। जिससे गोविन्द सागर बाँध में पानी की बढ़ोत्तरी हुयी। बाँध का पानी 1192 फीट के ऊपर पहुचने लगा। इसी बीच अवर अभियन्ता एस.एन.राम ने मौके पर पहुचे स्थिति देखी और उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तुरन्त चार गेट खोल दिए। यह गेट 2-2 फीट की ऊँचाई पर खुले गेट अगले दिन सुबह 8 बजे तक खुले रहे, जिसके चलते यहाँ से करीब एक हजार क्यूसेक पानी बाहर किया गया। बाद में गेट बन्द हुए, दोपहर को हुई बारिश के चलते एक बार फिर गेट खुलने की स्थिति बनी, लेकिन बाद में स्थिति नियंत्रण में होने के चलते गेट नहीं खुल सके।
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फोटो सहित बॉक्स में -
फोटो -30
ललितपुर : राजघाट व माताटीला डैम के खुले गेट।
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माताटीला व राजघाट के भी खुले गेट
ललितपुर : राजघाट व माताटीला बाँध के गेट खुलने का सिलसिला लगातार जारी बना हुआ है। पिछले दिनों तक खुले दोनों बाँधों के पूरे गेट बन्द कर दिए गए। बुधवार को राजघाट बाँध के 3 गेट एक-एक मीटर तक खुले रहे। जिसमें से करीब 17 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। राजघाट बाँध के गेट का पानी डिस्चार्ज होने के बाद माताटीला में पहुचा, जिससे माताटीला में पानी की बढ़ोत्तरी होने से यहाँ के भी करीब 9 गेट 2-2 फीट तक खोले रखे गए। यहाँ से भी 30 हजार क्यूसेक पानी बाहर किया गया। यहाँ भी बाँध का पानी देखने के लिए सैलानियों की भीड़ लगातार उमड़ रही है।