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महिला अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत

ललितपुर ब्यूरो : जिला महिला चिकित्सालय में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने मु

By Edited By: Published: Tue, 21 Jun 2016 01:30 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jun 2016 01:30 AM (IST)
महिला अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत

ललितपुर ब्यूरो : जिला महिला चिकित्सालय में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से लापरवाही की शिकायत की। घटना को लेकर अस्पताल में हड़क म्प मचा रहा।

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नईबस्ती निवासी जूही (26) पुत्री निरजन बबेले को बीती 18 जून को प्रसव के बाद महिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। समय से पहले प्रसव होने की वजह से नवजात शिशु को एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) में भर्ती करके डाक्टरों ने प्रसूता का इलाज शुरू किया। सोमवार सुबह प्रसूता की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। मृतका के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद से ही जूही के पेट में दर्द हो रहा था। प्रसव के बाद भी उसका पेट फूला था। पेट के फूलने व दर्द के बारे में अवगत कराए जाने के बाद भी सम्बन्धित डाक्टर ने उस पर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते प्रसूता की मौत हो गई। यदि, उनको समय रहते मरीज की स्थिति के बारे में अवगत करा दिया गया होता तो वे हायर सेन्टर पर ले जाकर उसकी जान बचा सकते थे। जच्चा की मौत की जानकारी पाकर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. हरेन्द्र सिंह चौहान अस्पताल पहुचे, जहा मृतका के परिजनों ने यही सब बातें दोहराई। सीएमएस ने प्रसूता की फाइल का अध्ययन किया तथा उपस्थित महिला चिकित्सालय से इलाज की समीक्षा लेने के बाद मृतका के परिजनों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। मालूम हो कि जिला महिला चिकित्सालय में जच्चा व बच्चा की मौत का यह नया मामला नहीं है। इसके पहले भी जच्चा अथवा बच्चा की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन पर सवालिया निशान लगाए जाते रहे है।

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बाक्स में,

इनका कहना है

गर्भवती महिला को बीती 18 जून को समय से पहले डिलिवरी हुई थी। अस्पताल के बाहर डिलिवरी होने के बाद ही उसे इलाज को महिला अस्पताल लाया गया था। नवजात शिशु को एसएनसीयू में भर्ती करा दिया गया था। प्रसूता गम्भीर रक्तअल्पता की शिकार थी। डाक्टर ने आवश्यक इलाज के साथ दो बोतल खून और अल्ट्रासाउण्ड जाच को लिखा था, लेकिन परिजन इसका बन्दोबस्त नहीं कर पाए। गम्भीर रक्तअल्पता की वजह से प्रसूता की मौत प्रतीत हो रही है। इसमें डाक्टर की लापरवाही प्रतीत नहीं हो रही है। मृतका के परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत भी नहीं की गई है।

डा. हरेन्द्र सिंह चौहान

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

जिला महिला चिकित्सालय , ललितपुर।


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