अब बगैर मीटर के नहीं दिया जाएगा नया कनेक्शन
ललितपुर ब्यूरो : बिजली सप्लाई के लिए उपभोक्ताओं को अब मीटर लगवाने के बाद ही कनेक्शन मिल पाएगा। नियाम
ललितपुर ब्यूरो : बिजली सप्लाई के लिए उपभोक्ताओं को अब मीटर लगवाने के बाद ही कनेक्शन मिल पाएगा। नियामक आयोग के निर्देश पर विद्युत विभाग ने अब नए कनेक्शन पर मीटर लगाना अनिवार्य कर दिया है। यदि अभियन्ता व कर्मचारी ऐसा नहीं करते है तो उपभोक्ता आला अधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे। नियामक आयोग ने बिजली चोरी रोकने के लिए पूर्व में दिए गए निर्देश को सख्ती से लागू करने को कहा है। जिसे देखते हुए जिले के सभी अवर अभियन्ताओं को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए गए है।
बिजली विभाग में मीटर की कमी होने का अमूमन अधिकारी उपभोक्ता के घर का बिजली कनेक्शन खम्भे से जुड़वा देते थे और बाद में लापरवाही के चलते मीटर लगाने में लेटलतीफी होती थी। पूर्व में चले अभियान में विभाग सैकड़ों लोगों बिजली कनेक्शन दे दिए गए थे, लेकिन मीटर नहीं लगाए गए थे। उस समय अधिकारियों ने बाद में मीटर लगवाने की बात कहकर कनेक्शन जारी कर दिया था। इन कनेक्शनों में कई ऐसे है जहाँ अब भी मीटर नहीं लगाए गए है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जिले के कई उपकेन्द्र क्षेत्रों में अभियान की आड़ में बिना मीटर लगाए ही बिजली कनेक्शन जारी कर दिए गए है। जिस पर नाराजगी जताते हुए नियामक आयोग ने जल्द से मीटर लगाने का निर्देश देते हुए कहा है कि इसके बाद जो भी बिजली कनेक्शन दिए जाएं उनमें कनेक्शन के साथ ही मीटर भी लगा दिए जाएं, ताकि उपभोक्ता के घर हो रही बिजली की खपत का आँकड़ा मीटर में दर्ज होता रहे और राजस्व को नुकसान न पहुचे। मीटर विभाग के अधिकारियों ने भी इस बात को स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि बिना मीटर के बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। इस बाबत नियामक आयोग ने पूर्व में दिए गए निर्देश का सख्ती से पालन करने को कहा है। अभियान में दिए गए कनेक्शनों में जो मीटर लगाए जाने है, उसका कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
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80 फीसदी घरों के बाहर लगाए गए मीटर
पिछले दिनों चलाए गए चेकिंग अभियान में ठेकेदारों के माध्यम से घर-घर के बाहर मीटर लगाए। आज स्थिति यह है कि शहर में लगभग 80 फीसदी मकानों के बहार मीटर लगा दिए गए है। 20 फीसदी मीटर अभी लगना शेष है। यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो यह आँकड़ा भी पार कर लिया जाएगा। यदि 100 फीसदी उपभोक्ताओं के घरों के बाहर मीटर लगा दिए गए तो निश्चित तौर पर बिजली चोरी रोकी जा सकेगी और ओवरलोड की समस्या से निजात मिल सकेगी। यही नहीं लाइन लॉस का आँकड़ा भी निश्चित तौर पर कम हो सकेगा।
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गड़बड़ मीटर की करायी जा सकती है शिकायत
शासन की सख्ती के बाद बिजली विभाग लाइन लॉस कम करने में जुटा हुआ है। इसके तहत जिले भर में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पूर्व में लगाए गए बिजली के मीटरों को बदलकर नए मीटर घरों के बाहर लगाए जा रहे है। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि नए मीटर तेज रफ्तार में चलते है। उपभोक्ताओं के साथ कई संगठनों ने भी ऐसी ही शिकायतें बिजली विभाग के आला अधिकारियों से की हैं। बढ़ रही शिकायतों के बाद बिजली विभाग ने मीटर की जाँच कराने का विकल्प दिया है। इस व्यवस्था के तहत उपभोक्ता को अगर अपने मीटर पर सन्देह है तो वह बिजली विभाग को प्रार्थना पत्र के साथ ही निर्धारित शुल्क देकर मीटर की जाँच करा सकता है। बिजली विभाग के कर्मचारी एसिस यू चेक यंत्र से मीटर की चेक करेंगे। मीटर की जाच कराने के लिए उपभोक्ता को अधिशाषी अभियंता विद्युत परीक्षण खण्ड से सम्पर्क करना होगा।