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शहजाद नदी से निकला मगरमच्छ बस्ती में घुसा, हड़कम्प

धौर्रा (ललितपुर): जाखलौन थाना क्षेत्र के ग्राम मादौन में गाँव के पीछे से निकली शहजाद नदी से बाहर आया

By Edited By: Published: Sat, 23 Jan 2016 12:32 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2016 12:32 AM (IST)
शहजाद नदी से निकला मगरमच्छ बस्ती में घुसा, हड़कम्प

धौर्रा (ललितपुर): जाखलौन थाना क्षेत्र के ग्राम मादौन में गाँव के पीछे से निकली शहजाद नदी से बाहर आया एक मगरमच्छ गाँव की बस्ती में घुस गया, जिससे हड़कम्प मच गया। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद विशालकाय मगरमच्छ को किसी प्रकार पकड़ लिया और रणछोर धाम जाकर बेतवा में छोड़ दिया। यह देखने के लिए मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गयी थी। यह लोगों में कौतूहल का विषय भी रहा।

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गौरतलब है कि ग्राम मादौन के नजदीक से शहजाद नदी बहती है। इस नदी में कई विशालकाय मगरमच्छ है, जो अक्सर पानी से बाहर निकलकर या तो नदी में ही बने टापू पर धूप सेंकते है या फिर किनारे पर आकर शिकार की तलाश करते है। विगत कई दिनों से नदी के किनारे मगरमच्छों की मौजूदगी देखी जा रही थी। कई ग्रामीण तो मगरमच्छों के भय के चलते नदी के किनारे भी नहीं जाते और न ही अपने जानवरों को भी जाने देते है। कई चरवाहों ने अक्सर नदी के किनारे घात लगाकर छिपे बैठे मगरमच्छों को आसानी से देखा है, जिससे ग्रामीणों में भय भी रहता है। सायंकाल शहजाद नदी से करीब 7 फीट लम्बा मगरमच्छ अचानक पानी से निकल आया। भोजन की तलाश में वह भटककर ग्राम मादौन की हरिजन बस्ती में घुस आया। अचानक बस्ती में मगरमच्छ घुस आने से वहाँ भगदड़ मच गयी व ग्रामीण भयभीत हो गये। यह देख ग्रामीण लामबन्द हो गये। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद लाठी व रस्सी की मदद से विशालकाय मगरमच्छ को काबू में किया और उसे रस्सियों से जकड़ लिया। यह दृश्य देखने के लिए मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गयी। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीण मगरमच्छ को रणछोर धाम ले गये। जहाँ सावधानीपूर्वक उसे बेतवा नदी में छोड़ दिया गया था। यह नजारा देखने के लिए मौके पर दर्जनों लोगों की भीड़ थी। यह लोगों में चर्चा का विषय भी रहा। यहाँ बताते चलें कि शहजाद नदी में पानी कम होने के चलते नदी में मौजूद मगरमच्छ अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे है। कई बार भूख मिटाने के लिए वे अक्सर नदी से बाहर निकल आते है, जो न केवल उनके लिए खतरनाक होता है, बल्कि नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों के लिए भी एक खतरा होता है। फिलहाल मगरमच्छ को सकुशल बेतवा नदी में छोड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की साँस ली। इस मामले की जानकारी वनकर्मियों को भी दे दी गयी थी।


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