पोस्टमार्टम में नहीं हुआ मौत के कारणों का खुलासा
ललितपुर ब्यूरो : थाना जाखलौन अन्तर्गत ग्राम दावनी में बाहर से बन्द कमरे के अन्दर संदिग्ध परिस्थित
ललितपुर ब्यूरो :
थाना जाखलौन अन्तर्गत ग्राम दावनी में बाहर से बन्द कमरे के अन्दर संदिग्ध परिस्थितियों में फाँसी पर लटके मिले रमेश पाल की मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय और अधिक उलझ गयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का खुलासा न होने से इतना तो तय हो गया कि उसकी मौत फाँसी से नहीं हुई। फिलहाल चिकित्सकों ने शव का बिसरा संरक्षित कर सुरक्षित रख लिया।
बता दें कि ग्राम दावनी निवासी रमेश पाल (42) पुत्र जयराम अविवाहित था। गुरूवार की सुबह 11 बजे उसका शव अपने कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में म्याँरी से रस्सी के सहारे फाँसी के फंदे पर लटका पाया गया था। जिस कमरे में उसका शव लटक रहा था, वह बाहर से बन्द था तथा ताला लगा हुआ था। मृतक के घुटने जमीन से लगे हुए थे। मौके पर पहुँची पुलिस ने दरवाजे का ताला तोड़कर शव को अपने कब्जे में लिया था। मौके की परिस्थितियाँ हत्या की ओर इशारा कर रही थी। वहीं परिजनों ने भी हत्या की आशका प्रकट कर ढेरों सवाल उठाये थे। वही पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया था। सबसे बड़ा सवाल तो यह था कि मृतक के घर के बाहर ताला किसने लगाया था? यदि रमेश आत्महत्या करता तो घर के बाहर ताला कैसे लगाता? शुक्रवार को चिकित्सकों ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के गले पर फाँसी का कोई निशान नहीं पाया था। साथ ही उसकी मौत फाँसी से होना नहीं पायी गयी थी। शव 2-3 दिन पुराना हो जाने के कारण सड़ गया था तथा उससे तीक्र्ष्ण दुर्गन्ध आ रही थी। अनुमान लगाया गया था कि रमेश की मौत 2-3 दिन पूर्व ही हो गयी होगी। मृतक के शरीर पर चोट का भी कोई निशान मौजूद नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इतना तो तय हो गया कि रमेश की मौत फाँसी से नहीं हुई, फिर उसकी मौत कैसे हुई? यह फिलहाल रहस्य बना हुआ है। चिकित्सकों ने शव का बिसरा संरक्षित कर सुरक्षित रख लिया। अब बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत के रहस्य से पर्दा उठ सकेगा। वहीं मृतक के परिजन अभी भी हत्या की बात दावे के साथ कह रहे है। यह मामला जाखलौन पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। यह घटना दावनी में चर्चा का विषय बनी हुई है।