मालगाड़ी दुघर्टना से दर्जनों ट्रेन्स घण्टों लेट
ललितपुर ब्यूरो : रेलवे स्टेशन तालबेहट के पास गुरुवार की रात मालगाड़ी के 7 टैकर पटरी से उतर जाने के बा
ललितपुर ब्यूरो : रेलवे स्टेशन तालबेहट के पास गुरुवार की रात मालगाड़ी के 7 टैकर पटरी से उतर जाने के बाद रेल यातायात घण्टों बाधित रहा। बहुत सी ट्रेनें घण्टों देरी से चलीं, तो झाँसी-बीना और बीना-झाँसी शटल समेत झाँसी-टीकमगढ़ पैसिंजर ट्रेनें रद्द करना पड़ीं। आधा दर्जन एक्सप्रेस ट्रेनों के रूट में परिवर्तन किया गया।
बीना रिफाइनरी से मथुरा जाने वाली बीएमएसएन ऑयल टैकर मालगाड़ी के 7 डिब्बे गुरुवार की रात 8:15 बजे बेपटरी हो गये, जिससे पटरियां उखड़ गयीं। मालगाड़ी के इन टैंकरों में डीजल भरा हुआ था। देर रात रेल अधिकारियों के अलावा आरपीएफ व जीआरपी के अलावा आपातकालीन सुरक्षा ट्रेन लेकर रेल कर्मियों की सुरक्षा टीमें मौके पर पहुँचीं और पटरी से उतरे डिब्बों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया। इन टैंकरों में डीजल भरा होने के कारण पहले रेल कर्मियों द्वारा डीजल निकालने का कार्य किया गया, जिस वजह से शुक्रवार को देर शाम तक यह कार्य जारी रहा। इसके चलते एक दर्जन से अधिक एक्सप्रेस ट्रेनें घण्टों लेट रहीं। गुरुवार को झाँसी की ओर जाने वाली 12715 सचखण्ड एक्सप्रेस (रात्रि 3.40 बजे), 12807 समता एक्सप्रेस(सुबह 9.02 बजे), 18237 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस(10.20 बजे), 11077 झेलम एक्सप्रेस (12.17 बजे), 12137 पंजाबमेल एक्सप्रेस (12.57 बजे) ट्रेनें गुरुवार व शुक्रवार को ललितपुर नहीं आयीं। यह ट्रेनें बीना-गुना से होती हुयी गन्तव्य को रवाना की जा सकीं। जबकि गुरुवार की रात वाली 12920 मालवा एक्सप्रेस 11 घण्टे लेट सुबह 9 बजे ललितपुर से चल सकी। इसी प्रकार बीना की ओर जाने वाली 12108 कुर्ला-लखनऊ एक्सप्रेस 5.02 बजे से 4 घण्टे से अधिक की देरी से ललितपुर स्टेशन पहुँची, जबकि 12722 सदर्न एक्सप्रेस भी सवा तीन घण्टे लेट सुबह 10.15 बजे आयी। इसी प्रकार 12192 श्रीधाम एक्सप्रेस सवा 6 घण्टे लेट आयी, जबकि 12512 राप्तीसागर एक्सप्रेस भी 11.20 बजे ललितपुर स्टेशन आकर खड़ी कर दी गयी, जो डेढ़ बजे के बाद गन्तव्य को रवाना हो सकी। इसी प्रकार शताब्दी एक्सप्रेस भी डेढ़ घण्टे लेट ललितपुर स्टेशन पहुँच सकी। रात में आने वाली पातालकोट, उज्जौनी, मालवा व सदर्न एक्सप्रेस रात 2 बजे तक धौर्रा, ललितपुर व दैलवारा स्टेशन पर खड़ी रहीं। ललितपुर नहीं रुकने वाली गंगानगर-नादेड़ समेत अनेकों ट्रेनें रेलवे स्टेशन पर घण्टों खड़ी रहीं। भोपाल की ओर जाने वाली अमृतसर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस साढ़े 6 घण्टे लेट आयी।
टैकर मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण जहाँ दर्जनों ट्रेनें लेट आयी, तो वहीं झाँसी, बीना व टीकमगढ़ के स्थानीय लोगों के लिये चलायी जाने वाली तीन पैसिंजर ट्रेनें रद्द करना पड़ीं। बीना-झाँसी व झाँसी-बीना शटल और झाँसी-टीकमगढ़ पैसिंजर ट्रेनें शुक्रवार को रद्द कर दी गयीं। इसके लिये झाँसी की ओर यात्रा करने वाले स्थानीय यात्रियों के लिये 18477 उत्कल एक्सप्रेस को झाँसी से बीना तक पैसिंजर बनाकर चलायी गयी। जबकि झाँसी से बीना तक साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को भी पैसिंजर के रूप में चलाया गया। जिससे झाँसी व बीना की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को कोई असुविधा न हो। टैकर मालगाड़ी दुघर्टनाग्रस्त होने से जहाँ विभिन्न पैसिंजर व एक्सप्रेस ट्रेन प्रभावित रहीं, वहीं इसकी वजह से रेल यात्रियों के लिये काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। जबकि भोपाल व बीना से आने वाले यात्रियों के लिये तो अपना व्यक्तिगत वाहन या फिर अन्य साधन से ललितपुर व झाँसी तक यात्रा करने को बाध्य होना पड़ा।