शौचालय में झुलसा मिला युवती का शव
बैठी हालत में अकड़ा था, जीभ निकली थी बाहर बदहवास बड़ी बहन ने खाया चूहामार मामला संदिग्ध, पुलिस छान
बैठी हालत में अकड़ा था, जीभ निकली थी बाहर
बदहवास बड़ी बहन ने खाया चूहामार
मामला संदिग्ध, पुलिस छानबीन में जुटी
ललितपुर ब्यूरो :कस्बा पाली में मंगलवार की सुबह अपनी बहन के घर आयी एक युवती का शव संदिग्ध परिस्थितियो में आग से झुलसी हालत में कमरे की छत पर बने शौचालय में पड़ा पाया गया। इससे सनसनी फैल गयी। छोटी बहन की मौत के सदमे से बदहवास बड़ी बहन ने घर में रखा चूहामार पदार्थ खा लिया। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर, घटना की सूचना मिलने पर सीओ महरौनी के अलावा पुलिस की फील्ड यूनिट मौके पर पहुँच गयी। मामले की गहन जाँच की जा रही है।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के तरीचरकलाँ निवासी सविता (20) पुत्री देवेन्द्र सूत्रकार की बड़ी बहन कस्बा पाली के मोहल्ला कुरयानावार्ड निवासी दिनेश निराला पुत्र छक्कीलाल को ब्याही है। छक्कीलाल सिंगरैया रिटायर्ड शिक्षक है। इनके तीनों पुत्र इन्दौर में रहते है। घर पर यह अपनी पत्नी के साथ रहते है। घर में अकेले होने के कारण इन्होंने दिनेश की साली सविता को बीते डेढ़ माह पूर्व अपने घर बुला लिया था। लगभग एक माह पूर्व दिनेश भी अपनी पत्नी के साथ दीपावली पर पाली आ गया था। 6 नवम्बर को छक्कीलाल सिंगरैया अपनी पत्नी के साथ इन्दौर चले गये। घर पर दिनेश, उसकी पत्नी बबीता व साली सविता ही थे। सोमवार की रात तीनों खाना पीना खाकर अपने-अपने कमरों में सो गये। सविता दूसरी मंजिल पर बने कमरे में सो रही थी, जबकि बबीता नीचे वाले कमरे में सो रही थी। मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे सविता कहीं नजर नहीं आयी, तो उसकी बहन ने छत के सबसे ऊपर वाली मंजिल पर कमरों में खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। जैसे ही उसने छत पर बने शौचालय का दरवाजा खोला, तो उसके मुँह से चीखे निकल गयी। शौचालय के अन्दर सविता का आग से झुलसा हुआ शव पड़ा था। चीखपुकार सुनकर पति के अलावा आसपास के लोग भागकर मौके पर आ गये। छोटी बहिन की आग से झुलसकर हुयी मौत से बदहवास बबीता ने घर में रखी चूहामार दवा खा ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी व उल्टियाँ होने लगी। तब तक मौके पर लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गयी थी। घटना की सूचना थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर आ गये। उन्होंने बबीता व दिनेश से घटना की जानकारी ली। बाद में बबीता को उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। शौचालय में सविता का शव बैठी हुयी हालत में शत प्रतिशत झुलसा हुआ था। उसके दोनों पैर फैले हुए थे तथा दोनों हाथ आगे की ओर अकड़ी हुयी अवस्था में मुड़े थे। युवती की जीभ बाहर की ओर दाँतों के बीच फंसी हुयी थी। वहीं पूरा शरीर जल चुका था। जीभ का अगला हिस्सा भी जला हुआ था। पास में ही एक डिब्बा रखा हुआ था, जिसमें मिट्टी तेल रखे होने का अनुमान लगाया जा रहा है, जो पूरी तरह साबुत था। जबकि नजदीक ही जली हुयी माचिस की राख पड़ी हुयी थी। शौचालय की दीवारे व गेट धुएँ के कारण काले पड़ गये थे। आसपास पूछताछ करने पर किसी ने भी युवती के चीखपुकार की आवाज नहीं सुनी। घटना देर रात की होना बतायी गयी है। ऐसे में किसी के चीखपुकार न सुनना भी ढेरों सवाल खड़े करता है। फिलहाल पूरा मामला संदिग्ध बना हुआ है। पुलिस हर एंगिल से घटना की पड़ताल कर रही है। घटना की सूचना मिलने पर सीओ नाराहट रुकमणि वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक सन्तोष कुमार वर्मा व पुलिस की फील्ड यूनिट टीम मौके पर पहुँच गयी थी। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना कर जानकारी ली। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया। बबीता व दिनेश ने बताया कि उनका कभी झगड़ा नहीं हुआ है। ऐसे में यदि सविता ने आत्महत्या की, तो उसके कारणों का रहस्य भी और अधिक गहरा गया है। जिला अस्पताल पहुँचे युवती के परिजन भी कुछ भी नहीं बता पा रहे थे। इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ था। फिलहाल यह घटना कस्बे में चर्चा का विषय बनी हुयी है। तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे है।