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हाँ, फर्जी है रसोई गैस की पीली पर्ची

- इण्डियन ऑयल कार्पोरेशन ने भी स्वीकारा फर्जीवाड़ा उच्च अधिकारियों के समक्ष रखी जायेगी रिपोर्ट

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 12:55 AM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 12:55 AM (IST)
हाँ, फर्जी है रसोई गैस की पीली पर्ची

- इण्डियन ऑयल कार्पोरेशन ने भी स्वीकारा फर्जीवाड़ा

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उच्च अधिकारियों के समक्ष रखी जायेगी रिपोर्ट

ललितपुर ब्यूरो : इण्डेन गैस एजेंसी की डीलरशिप बदलने के साथ ही रोजाना नये-नये विवाद सामने आ रहे हैं। नये डीलर ने पूर्व से प्रचलित पर्ची को मानने से इकार किया तो अब इण्डियन ऑयल कार्पाेरेशन के अफसर ने भी स्वीकार किया कि अब तक चलाई जा रही गैस पर्ची फर्जी है। हालाँकि उन्होंने फर्जीवाड़े के खिलाफ कुछ भी कहने से इकार कर दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जायेगी।

बड़ौनिया गैस एजेंसी से सम्बद्ध 21 हजार से अधिक राशनकार्डधारकों को आदि इण्डेन गैस सर्विस से जोड़ दिया गया है। नियमानुसार उपभोक्ताओं को नीली किताब आवण्टित की जाना चाहिये थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पूर्व एजेंसी संचालक द्वारा मनमानीपूर्वक उपभोक्ताओं को नीली किताब आवण्टित नहीं की और पीली पर्ची उपलब्ध कराकर सिलिण्डर की आपूर्ति शुरू कर दी। उपभोक्ताओं को इस बात की जानकारी भी नहीं दी गई कि आने वाले समय में उन्हे नीली किताब बनवाना पड़ेगी। अब तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा लेकिन एजेंसी की कमान जब आदि इण्डैन गैस एजेंसी को सौंप दी गई, तो एजेंसी संचालक ने इस पर्ची को मानने से इंकार कर दिया। संचालक ने नीली पर्ची बनवाने के लिये उपभोक्ताओं से 50 रुपये शुल्क लेना शुरू किया तो हो-हल्ला मचने लगा। इतना ही नहीं पुरानी पर्ची से बुक किये नम्बरों पर भी सिलिण्डर की आपूर्ति रोक दी गई। सिलिण्डर नहीं मिलने और नई किताब बनवाने के लिये हो रही परेशानी के कारण उपभाक्ताओं में आक्रोश छा गया। इसका पुरजोर विरोध शुरू हो गया। कांग्रेस नेताओं ने तो विरोध प्रदर्शन कर धरना तक की चेतावनी दे डाली।

बात आगे बढ़ी तो एलपीजी विक्रय कम्पनी के सहायक प्रबंधक अनिल कुमार श्रीवास्तव बुधवार को जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय आ पहुचे और मीडिया से रूबरू हुये। उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुये स्वीकार किया कि उपभोक्ताओं को नीली किताब पर ही सिलिण्डर की आपूर्ति की जाना चाहिये थी। इस प्रकार की दूसरी चल रही पर्ची फर्जी है। एजेंसी संचालक को नीली किताबें इश्यू की गई थीं तो उनका आवण्टन किया जाना चाहिये था। हालाँकि उन्होंने फर्जीवाड़े को लेकर कोई सीधा उत्तर नहीं दिया लेकिन इतना जरूर कहा कि इस बारे में कम्पनी के उच्चाधिकारियों को जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन हुआ है तो निश्चित रूप से कुछ समस्यायें आयेंगी, जल्द ही व्यवस्थायें सुधार ली जायेंगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता होमडिलेवरी के समय सिलिण्डर को तौलकर ही लें और यदि ऐसी तौल मे कोई परेशानी हो तो एजेंसी पर इसकी शिकायत दर्ज करायें। इस दौरान जिला पूर्ति अधिकारी दलसिंगार राम मौजूद रहे।

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कूपन पर बुकिंग की है तो मिलेगा सिलिण्डर

ललितपुर : सहायक प्रबंधक ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि किसी उपभोक्ता ने यदि पूर्व में कूपन से गैस प्राप्त करने हेतु बुकिंग की है तो उन्हे मेसर्स आदि इण्डैन गैस सर्विस से गैस दी जायेगी। परन्तु यह भी कहा कि अगली बुकिंग के समय ब्लू बुक (नीली किताब) डीजीसीसी का होना अनिवार्य है। जिन उपभोक्ताओं के पास ब्लू बुक नहीं है उन्हे इसके लिये कम्पनी द्वारा निर्धारित मूल्य 50 रुपया देना होगा, जिसकी रसीद एजेंसी संचालक से प्राप्त कर सकते है।


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