डीआइओएस से सुलझाया प्राचार्य व प्रवक्ताओं का विवाद
- डिग्री कॉलेज महरौनी में परीक्षा समिति गठित, प्रभारी बनाया
ललितपुर ब्यूरो :
डिग्री कॉलेज महरौनी की प्राचार्य और प्रवक्ताओं का विवाद जिला विद्यालय निरीक्षक के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गया। डीएम द्वारा जाँच अधिकारी बनाये गये डीआईओएस ने गुरुवार को कॉलेज पहुँचकर दोनों पक्षों से चर्चा की। इतना ही नहीं उन्होंने परीक्षा को विधिवत रूप से संचालित करने के लिये परीक्षा समिति कर प्रभारी भी बना दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि परीक्षा में असहयोग या गड़बड़ी की शिकायत मिली तो उच्चाधिकारियों को लिखित में शिकायत की जायेगी।
गौरतलब है कि इन दिनों परीक्षाओं का दौर चल रहा है। एक ओर जहाँ महाविद्यालयीन परीक्षा संचालित की जा रही है तो वहीं बोर्ड परीक्षायें भी आधा पड़ाव पार कर चुकी है। परीक्षा के दौरान आने वाले विघन्-बाधाओं को दूर करने में महारथ हासिल करने वाले जिला विद्यालय निरीक्षक को जिलाधिकारी ओ.पी.वर्मा द्वारा दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई, जिनका उन्होंने न सिर्फ समाधान किया बल्कि रिपोर्ट भी सौंप दी। जानकारी के मुताबिक एक सामाजिक संस्था ने गत दिवस जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि डिग्री कॉलेज महरौनी में नियमों का ताक में रखकर परीक्षा संचालित की जा रही है। कॉलेज में प्राचार्य और प्रवक्ताओं का विवाद चल रहा है जिसके चलते न तो परीक्षा समिति गठित नहीं की गई। इतना ही नहीं कॉलेज के प्रवक्ताओं को दरकिनार कर बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया गया है। शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को जाँच का जिम्मा सौंपा। डीएम के निर्देश मिलते ही डीआईओएस ने गुरुवार 20 मार्च को कॉलेज पहुँचे, जहाँ परीक्षा संचालित की जा रही थी। प्राचार्य और प्रवक्ताओं से चर्चा की और दोनों पक्षों को सुना। उन्होंने प्राचार्य के लिखित बयान भी दर्ज किये। उन्होंने दोनों पक्षों को कार्यवाही की घुड़की देते हुये तत्काल परीक्षा समिति गठित करवाई और डॉ. अजीत पाण्डे को परीक्षा प्रभारी बनाया। साथ ही कुलसचिव, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी व जिलाधिकारी को आख्या भेज दी।
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छात्रा की तलाशी : आख्या डीएम को सौंपी
ललितपुर :
विगत दिवस छत्रपति शिवाजी एमएसडी महाविद्यालय पाली में बीए द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर शिक्षिका पर आरोप लगाया था कि 7 मार्च शुक्रवार को सुबह 7 से 10 बजे हिन्दी साहित्य का प्रश्रन् पत्र के दौरान अन्य छात्र-छात्राओं व शिक्षकों की मौजूदगी में एक शिक्षिका ने अनुचित तरीके से उसकी तलाशी ली। जिलाधिकारी ने इस मामले की जाँच भी जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपी। उन्होंने मामले के प्रत्येक बिन्दु की बारीकी से पड़ताल की और आख्या जिलाधिकारी को सौंप दी।