पूरे परिवार को जान से मारने की खाई थी कसम
निघासन (लखीमपुर) : निघासन के कटहा गांव में हुए खून-खराबे की रंजिश कोई दो साल पुरानी नजर आ रही है और
निघासन (लखीमपुर) : निघासन के कटहा गांव में हुए खून-खराबे की रंजिश कोई दो साल पुरानी नजर आ रही है और इसकी जड़ में है पांच लाख रुपये का लेन-देन। पूरे परिवार पर हुए कातिलाना हमले में बुरी तरह जख्मी रज्जन के मुताबिक उसके पिता रामनाथ से अवधेश ने पांच लाख रुपये लिए थे, इसके बदले उसने अपनी 12 बीघा जमीन गिरवी रखी थी। पिता रामनाथ ने कई बार अवधेश से रुपये वापस करने की मांग की थी। आरोप है कि इससे नाराज अवधेश ने अपने साथियों के साथ 15 अक्टूबर 2015 को निघासन-ढखेरवा मार्ग पर कटहा मोड़ के पास खेत में हत्या कर दी थी। जिसके बाद रामनाथ के बेटे रज्जन की तहरीर पर अवधेश के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी और उसे पुलिस ने जेल भेज दिया था।
रज्जन ने बताया कि अवधेश ने जेल से छूटने के बाद पूरे परिवार को जान से मारने की कसम खाई थी। उसके बाद 17 अप्रैल 2016 को अवधेश पक्ष के अजय कुमार की शादी थी। जब उसकी बरात घर वापस आई तो कसावल निवासी फौजी राजेंद्र ¨सह ने तमंचे से फाय¨रग करना शुरू कर दिया। फाय¨रग से अवधेश पक्ष के कमलेश यादव की पांच वर्षीय पुत्री कुंती देवी के गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने राजेंद्र ¨सह, रज्जन तथा जंत्री प्रसाद के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करते हुए जेल भेज दिया था। रज्जन के मुताबिक इससे विपक्षी रंजिश मानने लगे थे।
पुलिस से पहले पहुंची एंबुलेंस
कटहा गांव में जब रज्जन के घर विपक्षियों ने धावा बोलकर पूरे परिवार को लहूलुहान कर दिया तो जख्मी हालत में घरवालों ने पुलिस के 100 नंबर पर कई बार फोन किया, लेकिन आधे घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस का फोन नहीं उठा। परिवारीजनों के फोन करने पर एंबुलेंस रज्जन के घर पहुंच गई। खून से लथपथ परिवार वालों को जब निघासन लाया गया तो पुलिस उन्हें चौराहे पर खड़ी मिली। रज्जन के मुताबिक अवधेश उसे कई दिन से धमकी दे रहा था। पैसों के बकाएदारी और धमकी देने की शिकायत उसने कई बार पुलिस से की, लेकिन उसकी तहरीर पर पुलिस ने कोई कार्रवाई की। रज्जन ने बताया कि निघासन से उसके गांव कटहा की दूरी महज सात किलोमीटर ही है। फिर भी पुलिस ने इस गंभीर मामले को हल्के में लिया।