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बाढ़ का शिकार फसलों को लेकर किसान ¨चतित

लखीमपुर : शारदा और सुहेली नदी की बाढ़ में क्षेत्रीय किसानों की फसलें जलमग्न हैं जिनके खरा

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 11:52 PM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 11:52 PM (IST)
बाढ़ का शिकार फसलों को लेकर किसान ¨चतित
बाढ़ का शिकार फसलों को लेकर किसान ¨चतित

लखीमपुर : शारदा और सुहेली नदी की बाढ़ में क्षेत्रीय किसानों की फसलें जलमग्न हैं जिनके खराब होने की आशंका प्रबल हो उठी है। किसानों को पहले से ही आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ऊपर से अब बाढ़ उनकी कमर तोड़ने का काम कर रही है। कुछ इलाके तो ऐसे हैं जहां 15 से 20 दिनों से बाढ़ का पानी फसलों को अपनी चपेट में लिए हुए है। ऐसे में फसलों के सड़कर बरबाद होने की आशंका है। इस समय शारदा नदी की बाढ़ का पानी ग्राम नगला जाने वाले सम्पर्क मार्ग तक आ गया है। जो पलिया-भीरा स्टेट हाईवे से होकर गुजरता है। इसके अलावा मेलाघाट मार्ग पर भी पानी चल रहा है। हालांकि बाढ़ की स्थिति यथावत है। लेकिन जिन गांवों में पानी भरा है वहां का जनजीवन अब भी सामान्य नहीं हो पा रहा। खालेपुरवा, नयापुरवा, चौरी, मेलाघाट, खैराहना, दुबहा में बाढ़ के पानी में डूबी फसलें बरबाद हो रही हैं। वहीं सुहेली नदी का दबाव भी बढ़ने लगा है। पिछले सप्ताह ही इस नदी के पानी ने मुजहा जाने वाले मार्ग पर पड़ने वाली पुलिया को तबाह कर दिया था। जिसके बाद यहां चम्बरबोझ, देवीपुर, मुजहा आदि गांवों में पानी भर गया था। उधर पर्वतियाघाट के पास ग्रामीणों द्वारा बनाए गए बंधे को भी सुहेली नदी के पानी की वजह से नुकसान पहुंचा है। इससे यहां की फसलें भी जलमग्न हैं। उधर तहसीलदार भगवानदीन वर्मा ने बताया कि कृषि भूमि के बाढ़ के पानी में घिरने और कटने का सवाल है तो इसके लिए सर्वे किया गया है। जो नुकसान होगा उसका मुआवजा शासन की तरफ से वितरित किया जाएगा। हालांकि इसमें थोड़ा समय लगेगा।


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