आगे बढऩे के बजाय पीछे चला गया उत्तर प्रदेश : शीला दीक्षित
कांग्रेस मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार व दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा गैर कांग्रेसी सरकारों के राज में उत्तर प्रदेश आगे बढऩे के बजाय पीछे चला गया।
लखीमपुर (जेएनएन)। कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार व दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा गैर कांग्रेसी सरकारों के राज में उत्तर प्रदेश आगे बढऩे के बजाय पीछे चला गया है। 27 वर्षों से प्रदेश में कांग्रेस सत्ता से बाहर है। इस अवधि में प्रदेश में विकास के नाम पर जनता के साथ छलावा किया गया है।
रविवार को शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस की 27 साल यूपी बेहाल यात्रा जिले में पहुंची। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए शीला दीक्षित ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था खराब है। आज यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने अपने पांच-सात मिनट के भाषण में सूबे की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। खीरी जिले की बाढ़ की समस्या का मुद्दा भी उठाया। कहा, वर्ष 1998 में जब दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के हाथ में आई थी, तब वहां के हालात भी उप्र जैसे ही थे। कांग्रेस ने अपने 15 साल के शासन काल में दिल्ली में जो विकास किया वह सबके सामने है। उन्होंने लोगों का आह्वïन किया कि अगर आप उन्नति, विकास और अमन-चैन चाहते हैं तो कांग्रेस ही एक मात्र विकल्प है। इस दौरान कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ. संजय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व मंत्री राजबहादुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद जफर अली नकवी ने भी जनसभा को संबोधित किया।
उत्तर प्रदेश के अन्य समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
खीरी की जेल में काटे थे 22 दिन
शीला दीक्षित ने खीरी जिले से अपना पुराना नाता बताया। कहा, 80 के दशक में उन्होंने खीरी की जेल में 22 दिन काटे थे। उस वक्त मुलायम सिंह का जमाना आ गया था। इटावा में एक महिला से दुष्कर्म की घटना के विरोध में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया था, जिसमें वह भी शामिल थीं। उसी प्रदर्शन को लेकर उन्हें व अन्य कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिलों की जेल में सजा काटनी पड़ी थी।
बुंदेलखंड में उद्योगों को बढ़ावा : राज बब्बर
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने बांदा से सटे तिंदवारी में कहा कि 27 साल पहले कांग्रेस के शासनकाल में बुंदेलखंड में कई बड़े उद्योग थे। चित्रकूट के पास बरगढ़ ग्लास फैक्ट्री और कताई मिल कांग्रेस की देन थे। दोनों उद्योगों ने यहां के हजारों हाथों को काम दे रखा था। बाद में दोनों उद्योग खंडहर में बदल गए हैं लेकिन अगर कांग्रेस दोबारा आई तो इन उद्योगों को पुनर्जीवित किया जाएगा। 27 साल से बेहाल यूपी की अपनी यात्रा के तहत उन्होंने यह भी कहा कि सूबे में सत्ता में आने के बाद बेरोजगारों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करते हुए किसानों के सभी ऋण माफ किए जाएंगे। कहा कि मौजूदा सरकारों ने प्रदेश में किसानों और युवाओं की अनदेखी की है। युवाओं को कभी लैपटाप तो कभी स्मार्टफोन देने की बात कहकर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस सरकार बनने पर प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं के भी निस्तारण का भी वादा किया। कहा कि किसानों की बीते कुछ वर्षों में बहुत ज्यादा दुर्गति हुई है। इसका सबक आने वाले दिनों में जनता को इन राजनीतिक दलों को सिखाना चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, पार्टी विधायक दलजीत आदि मौजूद रहे।