लापरवाही पर कोतवाल का निलंबन
लखीमपुर : डेढ़ माह पहले धौरहरा कोतवाली क्षेत्र में हुई गोकशी की बड़ी घटना में वहां की पुलिस की लापरवा
लखीमपुर : डेढ़ माह पहले धौरहरा कोतवाली क्षेत्र में हुई गोकशी की बड़ी घटना में वहां की पुलिस की लापरवाही सामने आई है। क्षेत्र में अर्से से हो रही गोकशी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई न करना धौरहरा कोतवाल को महंगा पड़ा। मामले की जांच में दोषी पाए जाने पर धौरहरा कोतवाल रामजी चौधरी को आइजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश ने सस्पेंड कर दिया है।
धौरहरा कोतवाली क्षेत्र का गांव रामनगर लहबड़ी अर्से से गोवंशीयों के वध के लिए कुख्यात रहा है। बीती नौ फरवरी की रात यहां एक साथ 38 गोवंशीयों के वध की बड़ी घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया था। घटना से आक्रोशित ¨हदू संगठनों ने अगले दिन कोतवाली का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया था। मामले में पुलिस ने 17 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तत्काल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लोगों का आक्रोश ठंडा पड़ा था। अभी पिछले दिनों जब सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद शहर में बवाल हुआ था तो कर्फ्यू के दौरान लखनऊ मंडल के कमिश्नर भुवनेश कुमार, आइजी जोन ए सतीश गणेश व डीआइजी प्रवीण कुमार के सामने ये मुद्दा उठाया गया था। इसमें ¨हदू संगठनों के लोगों ने धौरहरा कोतवाल की लापरवाही की बात कही थी, जिसके बाद आइजी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया था। जांच में धौरहरा कोतवाल दोषी पाए गए हैं। रामनगर लहबड़ी में गोकशी की घटनाओं को रोकने में पुलिस की शिथिलता और इन घटनाओं को गंभीरता से न लेने के आरोप सही पाए गए हैं। इसके चलते गुरुवार को आइजी ए सतीश गणेश ने धौरहरा कोतवाल रामजी चौधरी को सस्पेंड कर दिया है। एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि रामजी चौधरी के निलंबन के बाद गोला कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार तिवारी को धौरहरा का कोतवाल बनाया गया है, जबकि शिकायत प्रकोष्ठ के प्रभारी अजय कुमार सिहं को गोला कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक के पद पर भेजा गया है।