महिलाओं में जगा रहीं आत्मनिर्भरता से 'प्रीति'
गोलागोकर्णनाथ (लखीमपुर) : वह जरूरतमंद महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की पाठशाला है तो गरीब बच्चों के लि
गोलागोकर्णनाथ (लखीमपुर) : वह जरूरतमंद महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की पाठशाला है तो गरीब बच्चों के लिए विद्यादात्री..। मूलत: सीतापुर जिले की निवासी प्रीति गुप्ता के नेचुरल ब्यूटी क्लीनिक एंड ट्रेनिंग सेंटर से कई महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी होकर बाहर निकलीं। वहीं गरीब बच्चे शिक्षा की डगर पर बढ़ चले हैं। इसी के साथ उनकी संस्था संगिनी फाउंडेशन भी जनसेवा के लिए समर्पित है।
प्रीति का विवाह जिला खीरी के राजेश गुप्ता के साथ हुआ। विवाह उपरांत ससुराल पक्ष से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। पारिवारिक समस्याओं के चलते वर्ष 1998 में अपनी दादी सास के पास गोला आकर रहने लगी। प्रीति कहती हैं कि शिक्षित और हुनरमंद इंसान कभी हार नहीं मानता है। जीवन के कटु अनुभवों को सीख की तरह लेता है। विद्यार्थी जीवन में हॉस्टल में रहने के दौरान अपना काम खुद करने और निडरता का भाव जागा। आज महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं, पर महिला ¨हसा का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। सशक्त महिला खुद को आगे बढ़ाने के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित करती हैं, बस यही मैंने किया..। सिलाई, कढ़ाई, फ्लावर मेकिंग आदि ट्रेनिंग पाकर महिलाएं अपना गुजर बसर कर पा रही हैं।
पिता की सीख आई काम
पिता हरेंद्र प्रसाद गुप्ता सप्लाई इंस्पेक्टर थे। वह हमेशा कहते थे डर तब तक डराता है जब तक हम डरते हैं। समस्याओं से भागना नहीं डटकर सामना करना चाहिए।
ए से बढ़ा कारवां
शुरुआती चरण में मायके पक्ष से सपोर्ट के बाद विभिन्न कामकाजों के लिए बैंक ऋण लिया और सिलाई, कढ़ाई व ब्यूटीशियन का कार्य शुरू कर दिया।