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सीजेएम कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी

लखीमपुर : किसी अज्ञात व्यक्ति ने सीजेएम कोर्ट व वहां के पेशकार को बम से उड़ाने की धमकी पत्र के जरिए

By Edited By: Published: Tue, 28 Jun 2016 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2016 10:20 PM (IST)
सीजेएम कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी

लखीमपुर : किसी अज्ञात व्यक्ति ने सीजेएम कोर्ट व वहां के पेशकार को बम से उड़ाने की धमकी पत्र के जरिए दी है। धमकी भरा पत्र मिलने के बाद मंगलवार को यह मामला प्रकाश में आने पर न्यायायिक अधिकारियों, वकीलों व वादकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ सिटी एमपी ¨सह व शहर कोतवाल एसपी उपाध्याय ने बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ कचेहरी परिसर पहुंचकर चप्पे-चप्पे में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

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सोमवार को सीजेएम कोर्ट में कोई अज्ञात व्यक्ति पेशकार प्रदीप श्रीवास्तव के सामने रखे कागजातों में चुपके से धमकी भरा पत्र डाल गया। शाम को कागजातों में धमकी भरा पत्र मिलने से हड़कंप मच गया। धमकी भरा पत्र सीजेएम डॉ. दीनानाथ को दिखाया गया। सीजेएम डॉ. दीनानाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर धमकी वाली बात को अवगत कराते हुए न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था करने के आदेश दिए। इसके बाद मंगलवार को सुबह ही सीओ सिटी एमपी ¨सह व शहर कोतवाल दल-बल के साथ कोर्ट परिसर पहुंचे और सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। पुलिस ने इस दौरान कोर्ट में काफी देर तक चे¨कग अभियान चलाया। कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला कौन है, अभी इसका पता नहीं चल पाया है। सीजेएम कोर्ट को 15 दिन के अंदर बम से उड़ा देने के धमकी भरे पत्र मिलने से जहां पूरे कोर्ट में हड़कंप मच गया हैं, वहीं पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की एक बार फिर कलई खुल गई है।सिपाही की हत्या कर अभियुक्तों को छुड़ा ले गए थे बदमाश

तीन वर्ष पूर्व इसी दीवानी परिसर से एक पुलिस कर्मी की हत्या कर बदमाश पेशी पर आए दो हत्याभियुक्तों को पुलिस हिरासत से छुड़ा ले गए थे, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। आएदिन कोर्ट परिसर में लोग खुलेआम लाइसेंसी असलहे लगाकर घूमते नजर आते हैं, जबकि हाईकोर्ट ने कोर्ट परिसर में असलहे ले जाना वर्जित कर रखा है। कोर्ट परिसर में आने के लिए तीन मुख्य गेट हैं। इन्हीं गेटों से न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता व वादकारी प्रवेश करते हैं। सुरक्षा के लिए एक गेट पर दो पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन न वे किसी की तलाशी लेते हैं और न ही किसी से कोई पूछताछ ही करते हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

'मामला संज्ञान में आते ही पुलिस टीम ने कोर्ट परिसर में जाकर सघन चे¨कग अभियान चलाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। कोर्ट परिसर के सभी गेटों पर पुलिस तैनात कर दी गई है। छानबीन की जा रही है, जल्द ही पत्र भेजने वाले का पता लगा लिया जाएगा।'

दीपेंद्र नाथ चौधरी, एएसपी-खीरी।


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