इंशाअल्लाह पूरे रमजान के रखेंगे रोजे
लखीमपुर : कस्बा मोहम्मदी के मुहल्ला सरैंया निवासी दस वर्षीय अब्दुल अहद व शहर लखीमपुर के मुहल्ला महार
लखीमपुर : कस्बा मोहम्मदी के मुहल्ला सरैंया निवासी दस वर्षीय अब्दुल अहद व शहर लखीमपुर के मुहल्ला महाराजनगर निवासी बारह वर्षीय एकरा खान के रोजे रखने को लेकर हौसले काफी बुलंद दिखे। रोजे का नाम लेते ही दोनों के मुंह से एक ही बात सुनाई दी कि इंशाअल्लाह पूरे रमजान के रोजे रखेंगे। सरैया निवासी कमाल खान का दस वर्षीय पुत्र अब्दुल अहद सत्या पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन का छात्र है। उसने अपने मम्मी पापा को देखकर इस बार पहली रमजान को रोजा रखा। उसके बाद नमाज और इफ्तार के बाद उसे रोजा रखना इतना अच्छा लगा कि फिर लगातार रोजे रखना शुरू कर दिया। मस्जिद में नमाज अदा करना और पूरे परिवार के साथ इफ्तार करना बहुत अच्छा लगता है।
मुहल्ला महाराजनगर निवासी जहीर खान की 12 वर्षीय पुत्री इकरा खान कक्षा छह की छात्रा है। इकरा खान ने रमजान से पहले घर वालों को रोजे की तैयारियां और रोजे के सवाब की बातें सुनकर रोजा रखना शुरू किया। मम्मी के साथ नमाज अदा करने व पूरे परिवार वालों के साथ शाम को इफ्तार करने में बहुत मजा आया। पहला रोजा रखने के बाद एकरा ने पूरे रोजे रखने का मन बना लिया और तब से लगातार रोजे रख रही है। एकरा खान का कहना है की मम्मी के साथ नमाज अदा करते हैं और शाम को परिवार के साथ इफ्तार करने में लजीज व्यंजन खाने को मिलते हैं।