दुधवा जंगल में हो रहा मछलियों का अवैध शिकार
पलियाकलां/नौगवां (लखीमपुर): दुधवा नेशनल पार्क के जंगल में स्थित तालाबों से अवैध मछलियों का शिकार ब
पलियाकलां/नौगवां (लखीमपुर): दुधवा नेशनल पार्क के जंगल में स्थित तालाबों से अवैध मछलियों का शिकार बदस्तूर जारी है। शिकारियों के दबदबे को विभागीय अधिकारी खत्म करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इतना जरूर है कि दबाव बढ़ने पर दिखावे के लिए कार्रवाई कर ली जाती है। ताजा घटना में जंगल के भीतर हो रहे मछलियों के अवैध शिकार की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची, जिसे देख शिकारी भाग खड़े हुए। मौके से साइकिलें व शिकार की गईं कुछ मछलियां बरामद की गई हैं। यह पहला मौका नहीं है जबकि जंगल के भीतर इस तरह से मछलियों का शिकार किया गया है।
लंबे समय से मझगईं, बेलरायां आदि रेंजों में अवैध रूप से शिकार की घटनाएं होती रही हैं। रविवार की सुबह भी इसी तरह का शिकार मझगईं रेंज के अंतर्गत हो रहा था। सोमवार को वन विभाग की टीम ने मझगई के मटैहिया घाट पर छापेमारी की। यहां शिकार कर हरे शिकारी टीम को देख भाग निकले। जिन्हें पकड़ा नहीं जा सका। मौके से जाल, कांटा, 10 साइकिलें, 20 किलो मछलियां कब्जे में ली गई हैं। बरामद माल को रेंज चौकी ले जाया गया। इस बारे में पूछने पर बेलरायां रेंजर एमके शुक्ला ने बताया कि पलिया टीम द्वारा छापेमारी की गई थी। शिकारी नहीं पकड़े जा सके। उनका पता लगाकर मुकदमा लिखवाया जाएगा।
तो वन कर्मी भी हैं शामिल
इस तरह से जंगल में घुसकर मछलियों के शिकार की घटना में कहीं न कहीं विभागीय चूक सामने आती है। माना जा रहा है कि इस पूरे खेल में वन कर्मी न सिर्फ शामिल हैं बल्कि उनका हिस्सा भी होता है। इतना ही नहीं मछलियों को मारने से पहले हल्के जहर का भी प्रयोग किया जाता है, जिसे कम समय से अच्छी तादात में मछलियां पकड़ने में सफलता मिले। हालांकि विभागीय अधिकारी इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते।