न्याय को अफसरों की चौखट पर पीड़ितों की दस्तक
लखीमपुर : जिले में पीड़ितों को निचले स्तर पर न्याय नहीं मिल पा रहा है, थाना हो या पुलिस चौकी या अन्य
लखीमपुर : जिले में पीड़ितों को निचले स्तर पर न्याय नहीं मिल पा रहा है, थाना हो या पुलिस चौकी या अन्य किसी महकमे का दफ्तर, पीड़ितों को निराश ही हाथ लग रही है। इसको लेकर पीड़ित आला अफसरों की चौखट पर न्याय के लिए दस्तक दे रहे हैं। सोमवार को भी ऐसे ही तीन मामलों में पीड़ितों ने डीएम-एसपी से न्याय की गुहार लगाई।
शहर से सटे गांव में बीती 22 मई को लोगों को हिला देने वाली घटना हुई थी। गांव की ही एक दस वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया गया था। मामले में शामिल चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस ने एक आरोपी मोहन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सोमवार का इसी मामले में पीड़ित परिवार और कुछ ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिले और उन्हें प्रार्थना-पत्र देकर मांग की है कि बाकी के तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाए। इन लोगों ने आरोप लगाया कि बाकी आरोपी भी पकड़े गए थे, लेकिन उन्हें पूछ-ताछ कर छोड़ दिया गया। पीड़ित परिवार ने एसपी को बताया कि वह आरोपी पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित परिवार ने जान-माल की सुरक्षा की मांग की है।
आदर्श व्यापार मंडल एवं वैश्य एकता परिषद के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को जिले में हो रही आपराधिक घटनाओं के विरोध में प्रांतीय उपाध्यक्ष दिलीप गुप्त की अगुवाई में एक ज्ञापन डीएम एवं एसपी को सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि विगत 27 मई को राजे गुप्ता के मुनीम दाताराम गुप्ता को गोली मार हुई लूट का शीघ्र खुलासा किया जाए तथा लुटेरे गिरफ्तार किए जाएं। बीते सप्ताह सराफा व्यवसायी गोपाल गुप्ता पर खीरी क्लब में प्राण घातक हमले के आरोपी भी अभी गिरफ्तार नहीं हुए हैं।
दिलीप गुप्ता ने डीएम आकाशदीप से कहा कि पांच माह पूर्व खैरीगढ़ से अपहृत तीन सगी बहनों के परिवार के शस्त्र लाइसेंस अभी तक निर्गत नहीं किए गए हैं, जबकि आदर्श व्यापार मंडल एक सप्ताह पूर्व इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंप चुका है। आदर्श व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि अगर इन घटनाओं का खुलासा नहीं हुआ तथा खैरीगढ़ के पीड़ित परिवार को लाइसेंस अविलंब निर्गत नहीं किए गए तो आगामी 4 जून को मुख्यमंत्री के नगर आगमन पर व्यापार मंडल एवं वैश्य एकता परिषद का संयुक्त प्रतिनिधि मंडल मिलकर उनको उनके द्वारा खैरीगढ़ के पीड़ित परिवार को दिए गए आश्वासन का स्मरण कराएगा।